चुनाव आयोग की सख्ती, दशहरे पर शस्त्र पूजन में आड़े आ रही आचार संहिता दषको से चली आ रही परम्परा को लेकर चिंतित राजपूत समाज

चुनाव आयोग की सख्ती, दशहरे पर शस्त्र पूजन में आड़े आ रही आचार संहिता
दषको से चली आ रही परम्परा को लेकर चिंतित राजपूत समाज
अनूपपुर। चुनाव आचार संहिता के कारण जिले के पुलिस थानों में 18 अक्टूबर तक शस्त्र जमा करवाने के निर्देश जारी किए हैं। दशहरे पर कई लोग अपने घरों पर शस्त्र पूजन करते है। ऐसे में इस बार कई लोग दशहरे पर अपने घरों में शस्त्र पूजन नहीं कर पाएंगे। यही वजह है कि कई लोग जिला प्रशासन से दशहरे के बाद शस्त्र जमा करवाने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दशहरे से पहले नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यही वजह है कि जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा किसी भी हालत में 18 अक्टूबर तक शस्त्र जमा करवाने की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि बैंक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में कार्यरत पुलिस व सुरक्षा बल के अन्य लोगों को शस्त्र जमा करवाने से छूट मिलेगी।
जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी के पास पहुंच रहे आवेदन
वर्तमान में जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी शस्त्र लाइसेंस की छूट के संबंध में फिलहाल लगभग 50 से अधिक आवेदन पहुंचे हैं। स्क्रीनिंग कमेटी में जिला प्रशासन के अलावा पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद है। वे आवेदकों के कारण को देखने-परखने के बाद उन्हें शस्त्र लाइसेंस रखने की छूट देंगे।
इन्हें शस्त्र जमा करवाने से मिलेगी छूट
न्यायाधीश, बैंकों के सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा एवं चुनाव कार्य में लगे राजस्व एवं पुलिस अधिकारी, सुरक्षा बल, अर्धसैनिक बल, पुलिस बल, नगर सैनिक बल, विशिष्ट व्यक्तियों, अधिकारियों एवं प्रत्याशी की सुरक्षा में लगे पुलिस बल व शासकीय बल।
16 तक आवेदन करने पर इन्हें मिलेगी छूट
निजी बैंक, औद्योगिक संस्थानों में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षा दल अथवा सुरक्षाकर्मियों को 16 अक्टूबर तक आवेदन जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष पेश करना होगा। कमेटी इसके पश्चात ही इन आवेदनों पर निर्णय लेगी।
18 तक सभी लाइसेंसधारकों को थानों में जमा कराने होंगे शस्त्र
जिला शस्त्रागार के पंजीयक पत्र को माने तो जिले में कुल 372 हथियार मौजूद है जिसमें रिवाल्वर की संख्या एक दर्जन से अधिक है उसके अलावा डबल बैरल, 12 बोर, राइफल शामिल है लेकिन पुलिस विभाग की मानें तो अनूपपुर जिले में 534 हथियार धारक है जिसमें जिला प्रशासन द्वारा जारी अनुज्ञप्ति धारक है और शेष देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए लोग है। जिसमें से 369 शस्त्र धारकों ने अपने-अपने हथियार संबंधित थाना क्षेत्रों में जमा करा दिये है वही 165 शस्त्र धारकों ने अभी तक अपने हथियार नही जमा कराई है जबकि आज तक स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष लगभग 50 आवेदन निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार छूट के लिए दिए गए है। इस अनुसार ऐसे लगभग 115 शस्त्र धारक है जिन्होंने अभी तक संबंधित थानों में जमा नहीं किए है हालांकि पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवार का कहना है कि 18 अक्टूबर तक सभी लाइसेंस धारकों को पुलिस थानों में शस्त्र जमा करवाने होंगे। चुनाव की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस विभाग के अफसरों ने कारण किसी को छूट नहीं देने का प्रावधान किया है। बैंक, सुरक्षा कार्य के अलावा अन्य विशेष कार्य में जुटे लोगों को शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा। जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी उनके आवेदनों का परीक्षण कर विशेष परिस्थिति में ही छूट देगी।
देवी प्रतिमा के समक्ष तलवार व त्रिशूल का ही करेंगे पूजन
प्रतिवर्ष के भाँति इस वर्ष भी नवदुर्गा पंडालों में देवी प्रतिमा के समक्ष तलवार व त्रिशूल का पूजन करने की परंपरा का पालन किया जाएगा। विधानसभा चुनाव आदर्श आचार संहिता की वजह से लाइसेंस धारी बंदूकें जमा करवानी है। इस वजह से इस बार पूजन में ये शस्त्र नहीं रहेंगे।
कलेक्टर से करेंगे मांग
हमारी मांग है कि दशहरा राजपूतों का परंपरागत पर्व है। इसमें राजपूत समाज के लोग शस्त्र पूजन करते हैं। इस वर्ष आचार संहिता के कारण प्रशासन द्वारा शस्त्र जमा करवाने का दबाव बनाया जा रहा है। हम मंगलवार को कलेक्टर से मिलकर यह मांग करेंगे कि शस्त्र जमा करने की अवधि बढ़ाई है।
मीना सिंह अध्यक्ष अखिल भारतीय महिला क्षत्रीय महासंघ
समयावधि बढ़ाने की मांग करेंगे
दशहरे पर हम प्रतिवर्ष शस्त्र पूजन की परंपरा को निभाते आ रहे हैं। इस वर्ष चुनाव आचार संहिता के कारण शस्त्र जमा करने की बाध्यता है। हम प्रशासन से बात करेंगे कि शस्त्र जमा करने की समयावधि बढाई जाए। समयावधि नहीं बढ़ाई गई तो दुर्गा पूजन के दौरान शस्त्र की प्रतिकृति रखकर पूजन करेंगे।
षिवेन्द्र सिंह अध्यक्ष रायल राजपूत संघ