जिला प्रशासन के निकम्मेपन की गवाही देता राहुल पटेल का जेल जाना,तहसीलदार अनुपम पांडेय के बूते की बात नही निराकरण तो भेज दिया जेल - विजय उरमलिया की कलम से

जिला प्रशासन के निकम्मेपन की गवाही देता राहुल पटेल का जेल जाना,तहसीलदार अनुपम पांडेय के बूते की बात नही निराकरण तो भेज दिया जेल
अनूपपुर - जब अधिकारी अपने काम को जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन न कर सके और उसके कार्यकुशलता पर प्रश्नचिन्ह खड़े होने लगे तो हाल कुछ ऐसा ही होता है और इन दिनों अनूपपुर जिले में प्रशासनिक कार्यप्रणाली पूरी तरह चरमराई हुई है,और आये दीन कुछ न कुछ ऐसा सामने आता है जिससे ये साफ हो जाता है कि यहां मौजूद अधिकारी कर्मचारी अब जन सेवा की जगह माफ़ियाओं की सेवा में ज्यादा व्यस्त नजर आते है चूंकि एक ग्रामीण जब अपने काम के लिए प्रशासन के दरवाजे पर कई बार माथा टेक हार जाता है तो आखरी उम्मीद उसके पास मुख्यमंत्री हेल्प लाइन बचती है और यहां शिकायत मतलब शिकायत कर्ता को जेल अपने आप मे अनूपपुर जिले की दुर्दशा को बयां करने के लिए काफी है तो दूसरी तरफ इन्ही प्रशासनिक अधिकारियों को जिले भर में मचे खनन माफियाओं के आतंक नही दिखता खबरें प्रकाशित होने के बाद भी चाहे रेत कंपनी के द्वारा किये जा रहे अवैध उत्खनन पर कार्यवाही न करने का मामला हो या फिर जिले भर में संचालित पत्थर खदानों के नाम पर अवैध कारोबार का मामला यहां सब के सब अधिकारियों कर्मचारियों को लकवा मार जाता है पर जब एक गरीब का मामला हो तो मानो यही अधिकरी और कर्मचारी हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट बन जाते है,जानिए क्या है जेल भेजने का पूरा मामला
अगर आप अपनी शिकायत का निराकरण मध्य प्रदेश सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से करवाना चाहते हैं तो जरा सावधान हो जाइए क्योंकि आपको शिकायत के बाद जेल भी जाना पड़ जा सकता है, जी हां मामला कुछ ऐसा ही अनूपपुर तहसील में चल रहा है , जहां तहसीलदार अनुपम पांडे ने आवेदक की 4 माह से परेशानी नहीं सुनी और सीएम हेल्पलाइन मे की गई शिकायत पर नाराजगी दिखाते हुए आवेदक पर अनलिगल आरोप लगाते हुए उसे अपने कमरे में बंद कर कोतवाली पुलिस बुलाकर उसे कोतवाली भेज दिया | कोतवाली पुलिस ने भी पीड़ित के साथ आतंकवादी कसाब जैसा बर्ताव किया, थाने में उसे किसी से मिलने नहीं दिया, धारा 151 की कार्यवाही कर उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया |
पटवारी तहसीलदार ने सडयंत्र कर बुलाया और भेज दिया जेल
सीएम हेल्पलाइन मे शिकायत दर्ज करने के बाद शिकायत को बंद कराने के लिए कई बार राजस्व विभाग से पीड़ित राहुल पटेल पिता और लक्ष्मण पटेल निवासी कोदैली पर दबाब बनाया था, 12 नवंबर को अनूपपुर तहसील अंतर्गत पूरे कूटरचित तरीके से तहसीलदार एवं कोदैली हल्का पटवारी करिश्मा भगत ने पीड़िता राहुल पटेल को शिकायत का निराकरण करने के लिए फोन करके तहसील कार्यालय बुलाया जहां पर उसे कुछ दस्तावेज लाने के लिए कहा गया और फिर उसे पटवारी द्वारा तहसीलदार के कक्ष के अंदर ले गई जहाँ पर तहसीलदार अनुपम पांडेय पीड़ित ने राहुल पटेल से सीएम हेल्पलाइन कटवाने की बात कही जहाँ पर पीड़िता द्वारा यह कहा गया की पहले मेरा काम कर दिया जाए उसके बाद मैं सीएम हेल्पलाइन कटवा दूंगा जिससे नाराज होकर तहसीलदार ने पुलिस बुला ली और उसे थाने भेज दिया|
* *रिकॉर्ड सुधार के लिए घूम रहा है पीड़ित*
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सूत्र बताते हैं कि जब से तहसीलदार के पद पर अनुपम पांडे पदस्थ हुए हैं तब से तहसील कार्यालय आने वाला हर आवेदक परेशान है, कोई भी काम यहां पर आसानी से समय पर नहीं हो रहें है, पीड़ित राहुल पटेल ने बताया कि वह अपने पिताजी के जमीन संबंधी रिकार्ड के लिए कई माह से परेशान है वह जनसुनवाई में भी कलेक्टर को भी आवेदन दे चुका है, इधर-उधर भटकने के बाद उसने अपनी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की,जिसके बाद उसे जेल का डर बता कर उससे शिकायत को कटवाने का प्रयास किया गया | जब उसने शिकायत को वापस लेने से मना कर दिया तब तहसीलदार ने अपना कमरे को बंद करवा कर मोबाइल फोन छुड़ाते हुए उन्हें पुलिस को सौंप दिया | इस घटना के बाद जिलेभर में तहसीलदार अनुपम पांडे के विरुद्ध जबरदस्त आक्रोश है |