जिम्मेदारों की मिलीभगत से जमकर हो रहा शासकीय राशि का बंदर वाट रिपोर्टर @ दीपक कुमार गर्ग

जिम्मेदारों की मिलीभगत से जमकर हो रहा शासकीय राशि का बंदर वाट
रिपोर्टर @ दीपक कुमार गर्ग
शहडोल- जनपद पंचायत जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत उचेहरा में भ्रष्टाचार की सीमा को पार पंचायत कर्मी जीआरएस सचिव, सरपंच एवं ठेकेदार की मिलीभगत से कमीशन खोरी के चक्कर में ग्राम पंचायत उचेहरा के अनेकों कार्य अधूरे पड़े हुए हैं जिनका भौतिक स्थल सत्यापन कराया जाए तो लगभग सभी निर्माण कार्यों की राशि निकाल ली निकलने में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती गई है कार्य को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि उक्त राशि का अधिकारी, कर्मचारी व ठेकेदार द्वारा सांठगांठ कर बंदरबांट कर लिया गया है जहां हमारे देश के प्रधानमंत्री की सोच है कि समाज के अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति को लाभ मिले पर जयसिंहनगर जनपद इन दिनों भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघकर शासकीय की राशि का उपयोग किस तरह से कर रहे हैं यह कार्यस्थल स्पष्ट कर रहा है अगर
समस्त निर्माण कार्यों की जांच हो तो भारी भ्रष्टाचार सामने आएगा डोंगरसर्वर की ईजीएस विद्यालय की बाउंड्री वॉल बनाई जा रही थी जो सिर्फ बीम नीचे का काम कराकर आधा अधूरा छोड़ दिया गया और लोगों के बताए अनुसार राशि आहरण कर ली गई आप इस वीडियो के माध्यम से देख सकते है कि जहां शासन प्रशासन ग्राम पंचायत के विकास के लिए अच्छी खासी राशि स्वीकृत करती है किंतु वही ग्राम पंचायत के मुखियाओं के द्वारा उसे बांस में तब्दील कर दिया जाता है तभी तो जहां पर शासन की राशि से बाउंड्री वॉल का निर्माण होना था किंतु जब उसे स्थल पर देखा गया तो वहां बास से बाउंड्री वाल बना पाया गया जबकि जिम्मेदारों द्वारा राशि का आहरण भी कर लिया गया इससे यह स्पष्ट होता है कि किस तरह से ग्राम पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार किया गया पंचायत भवन का बाउंड्री वाल भी अधूरा पड़ा है और एक नाली निर्माण कार्य स्वीकृति हुआ था उस राशि का भी पता नहीं नामी-गिरामी ठेकेदारों को एसडीओ इंजीनियर के मिलीभगत से ठेका दिया जाता है जो कि सभी कार्य अधूरा है उक्त राशि को निकाल कर खत्म कर दिया गया सूत्रो कि माने तो ऐसे दर्जनों सामुदायिक हितग्राही मूलक़ कार्यों में भी फर्जी बिल लगे हुए है जिनकी जांच कराने की आवश्यकता है जनपद के अधिकारी कर्मचारी कमीशन के फेर में निर्माण कार्य को पलीता लगाने में कतई भी पीछे नहीं हट रहे हैं पूर्व जिला पंचायत के सीईओ की कार्यशैली और उनकी कार्यवाही से सैकड़ों कर्मचारी अधिकारी में भय का माहौल था किंतु नए जिला पंचायत सीईओ के आते ही शासकीय राशि का गवन जमकर किया जा है