"मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा अनूपपुर में "सिलसिला एवं तलाशे जौहर" के तहत स्वतंत्रता सेनानी पंडित चंद्रमौली शर्मा की याद में स्मृति प्रसंग एवं रचना पाठ आयोजित"

ज़रा याद करो क़ुर्बानी
"मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा अनूपपुर में "सिलसिला एवं तलाशे जौहर" के तहत स्वतंत्रता सेनानी पंडित चंद्रमौली शर्मा की याद में स्मृति प्रसंग एवं रचना पाठ आयोजित"
मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग के तत्त्वावधान में ज़िला अदब गोशा अनूपपुर के द्वारा सिलसिला एवं तलाशे जौहर के तहत अनूपपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित चंद्रमौली शर्मा की स्मृति में स्मृति प्रसंग एवं रचना पाठ का आयोजन 7 सितम्बर 2023 को संकल्प पैरा मेडिकल कॉलेज, अनूपपुर में ज़िला समन्वयक दीपक अग्रवाल के सहयोग से किया गया।
उर्दू अकादमी की निदेशक डॉ. नुसरत मेहदी ने कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा प्रदेश के दूरदराज़ के ज़िलों में आयोजित किये जाने वाले इन कार्यक्रमों के माध्यम से हमें एक आश्वस्ति मिल रही है कि आने वाले समय मे निश्चित रूप से हम स्वाधीनता सेनानी पण्डित चंद्रमौली शर्मा जैसी अनेक हस्तियों को स्मरण करके उनके बलिदान व योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचा सकेंगे।
अनूपपुर ज़िले के समन्वयक दीपक अग्रवाल ने बताया कि स्मृति प्रसंग एवं रचना पाठ दो सत्रों पर आधारित था। प्रथम सत्र में दोपहर 3:00 बजे तलाशे जौहर प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें ज़िले के नये रचनाकारों ने तात्कालिक लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया। निर्णायक मंडल के रूप में शहडोल के वरिष्ठ शायर क़ासिम इलाहाबादी एवं कटनी के वरिष्ठ शायर चंद्र किशोर श्रीवास्तव मौजूद रहे जिन्होंने प्रतिभागियों शेर कहने के लिए दो तरही मिसरे दिए। दिये गये मिसरों पर नए रचनाकारों द्वारा कही गई ग़ज़लों पर एवं उनकी प्रस्तुति के आधार पर निर्णायक मंडल के संयुक्त निर्णय से अभिषेक श्रीवास्तव ने प्रथम, हर्षितेश्वर मणि तिवारी ने द्वित्तीय एवं संतोष कुमार सोनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले तीनों विजेता रचनाकारों को उर्दू अकादमी द्वारा पुरस्कार राशि क्रमशः 3000/-, 2000/- और 1000/- एवं प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
दूसरे सत्र में शाम 5 बजे सिलसिला के तहत स्मृति प्रसंग एवं रचना पाठ का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता अनूपपुर के वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पटेल ने की। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य डॉ. परमानंद तिवारी एवं विशिष्ट अतिथियों के रूप में डॉ.जे.के.संत प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय अनूपपुर, डॉ आर एस वाटे प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय जैतहरी, अनिल कुमार मिश्रा वरिष्ठ साहित्यकार उमरिया उपस्थित रहे। इस सत्र के प्रारंभ में अनूपपुर के अजीत मिश्रा ने अनूपपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित चंद्रमौली शर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
अजीत मिश्रा ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित चंद्रमौली शर्मा वैद्य की याद में किया जाने वाला मप्र उर्दू अकादमी का ये आयोजन मेरे लिये ही नहीं इस पूरे नगर के लिये गौरव की बात है। मेरे लिये यह विशेष रूप से गौरव का क्षण इसलिए भी है कि मैं उनका नाती हूँ और मुझे इस गरिमामय मंच पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर बोलने का अवसर प्राप्त हुआ है। 1942 के आज़ादी के भारत छोड़ो आंदोलन के बाद पंडित चंद्रमौली शर्मा वैद्य अनूपपुर आ आ गए और उसके बाद से लेकर आज़ादी तक उन्होंने अनूपपुर के विभिन्न क्षेत्रों में रहकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान कीं और उन्हें स्वतंत्रता संग्राम से भी जोड़े रखा। महात्मा गांधी और अन्य लोगों के साथ उन्होंने उनके सिद्धांतों से अनूपपुर की जनता को अवगत कराया। इस अवसर पर पंडित चंद्र मौली शर्मा के पुत्र वयोवृद्ध सेवानिवृत्ति वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी श्री दिवाकर मिश्रा का सम्मान किया गया
रचना पाठ में जिन शायरों ने अपना कलाम पेश किया उनके नाम और अशआर निम्न हैं :
हमसे पर्दा है तो पर्दे को दुआ देते हैं हम
इस भरम की उम्र लम्बी हो कि अच्छा कौन है
क़ासिम इलाहाबादी
खो रहा सभ्यता का चलन आदमी
कर रहा आदमी से जलन आदमी
चंद्रकिशोर श्रीवास्तव चंदन
सुना है चाँद पर इंसान जाके रहने वाला है
ये पुतला ख़ाक का न जाने अब क्या करने वाला है
फ़ैयाज हसन
बड़ा तो हूँ मगर फिर भी बहुत सहेजती है
दुआएँ देके वो मुझको कहीं भी भेजती है
यासीन खान
चेहरे से पढ़ लेती है परेशानी मेरी
हल्के से सहला देती है पेशानी मेरी
अविनाश अग्रवाल
चढ़ के जो दार से उतरते हैं
अपने मेयार से उतरते हैं
दीपक अग्रवाल
के अलावा मधुकर चतुर्वेदी, ललित दुबे, मीना सिंह, डा0 नीरज श्रीवास्तव, राजकुमार महोबिया, कैलाश पाटकर, एस के बोहरे, अनिल कुमार मिश्रा, गिरीश पटेल, डॉ परमानंद तिवारी , रामनारायण पांडे, पवन छिब्बर, विजेंद्र सोनी, अमरेंद्र सिंह इत्यादि ने कविता पाठ किया
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार अरविंद पांडे एवं दीपक अग्रवाल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में उर्दू के सुप्रसिद्ध शायर हसीब सोज़ को श्रद्धांजलि भी दी गई और ज़िला समन्वयक दीपक अग्रवाल एवं संकल्प पैरामेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर अंकित शुक्ला ने सभी अतिथियों, रचनाकारों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में रामखेलावन राठौर, जिवेन्द्र सिंह, चैतन्य मिश्रा, राकेश शर्मा, मनोज द्विवेदी, हरिशंकर वर्मा, देवेंद्र तिवारी, राजेंद्र तिवारी, राजेश शुक्ला, प्रियम शुक्ला, जयगणेश दीक्षित, पी एस राउतराय, असीम मुखर्जी, देवव्रत कर, गुड्डा सोनी, मो अनीस इत्यादि की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।