प्रदूषण विभाग शहडोल में पदस्थ श्रेयश पांडेय जैसे अधिकारी देते है अवैध कामो को बढ़ावा,जांच के नाम पर लीपापोती करते अधिकारी - विजय उरमलिया की कलम से

प्रदूषण विभाग शहडोल में पदस्थ श्रेयश पांडेय जैसे अधिकारी देते है अवैध कामो को बढ़ावा,जांच के नाम पर लीपापोती करते अधिकारी - विजय उरमलिया की कलम से
अनूपपुर - कहते है जब जिम्मेदार ही अवैध कामो में बढ़ावा देने लगे तो समझ लो कि इनके संरक्षण में ही अवैध काम चल रहे है ऐसा ही मामला अनूपपुर जिले के ओढेरा का है जहां खनन कारोबारी कहें या कारोबार के नाम पर माफिया गिरी पर उतारू मुदित श्रीवास्तव के क्रेशर से परेशान ग्रामीण अब किसी कार्यवाही की आस छोड़ चुके है और मान चुके है की प्रशासन गरीबों के लिए नही पैसे वालों के लिए नौकरी कर रहे है,आज ओढेरा जाँच करने पहुंचे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल कार्यालय से पहुंचे श्रेयश पांडेय ने क्रेशर संचालक मुदित श्रीवास्तव से मिल कर जांच की खाना पूर्ति कर ली सवाल यह उठता है कि जब जांच के नाम पर खाना पूर्ति करनी थी तो आखिर आने की क्या जरूरत थी मुदित श्रीवास्तव साहब की जरूरतें कार्यालय में पहुंच कर पूरी कर देता,आखरी किसने रहवासी एरिया में क्रेशर लगाने की अनुमति दी इस पूरे मामले में खनिज विभाग सहित पूरा प्रशासनिक अमला मामले को दबाने में लगा हुआ है,दरसल ओढेरा में संचालित जय माता दी स्टोन क्रेशर वहां निवास रात ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है और यहां के रहवासियों की शिकायत पर कोई भी जिम्मेदार इनकी सुध नही ले रहा है और ग्रामीणों ने इसी तरह अपनी ज़िंदगी को मौत के मुह में समाते दिनों दिन अपनी आंखों से देख रहे है और आंखों की टकटकी लगाये बैठे है कि कोई तो उनकी सुध ले ले,और जांच करने पहुंचे श्रेयश पांडेय ने न तो ग्रामीणों से बात करना लाजमी समझा और न हीं जांच में क्या पाया क्या जांच की उसका पंचनामा बनाना भी मुनासीब नही समझा
इस पूरे मामले में हमने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल के मुखिया मुकेश श्रीवास्तव से बात करने के लिए कई बार फोन लगाया पर उनका फोन नही उठा