जिला अस्पताल में नशा  खोरी के आलम की सामने आई तस्वीर, कैसे होगा पीड़ितों का उपचार  
अनूपपुर। शनिवार को जिला अस्पताल के आॅन डयूटी डाक्टर के कक्ष की एक तस्वीर सामने आई जो नषा खेरी के आलम को बयां कर रही है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि दूर-दराज से जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुचने वाले पीड़ितों की जांच कैसे होगी यह तो वह चिकित्सक ही भली-भांति बता सकते है। हलांकि यह कोई जिला अस्पताल में चिकित्सकों कि गैर जिम्मेदारां हरकत का कोई पहला मामला नही है। इसके पहले यहा पर चिकित्सक ने आयुष्मान भारत योजना के एक कर्मचारी पर जूतों से वार कर अपनी दबंगता दिखाई थी। और अगर इसके पहले जाए तो चिकित्सकों की लापरवाही के कारण पीड़ित की मौत के बाद हंगामें की वह कहानी शायद ही अनूपपुर के नागरिक भुला पाएगें। लेकिन टेबिल को मेज बनाकर उसमें शराब के स्वाद के लिए रखे समान व नीचे रखी बोतल ने तो आॅन डयूटी चिकित्सकों से उपचार कराने में सोचने को मजबूर कर दिया है। कि नषे की हालत में कही चिकित्सक ने गलत दवाई दे दी तो उस मरीज का जो होगा तो वह बर्दास्त नही कर पाएगा लेकिन परिजनों का क्या हाल होगा इस विषय पर चिकित्साधिकारियों के साथ जिला प्रषासन और गण मान्य नागरिकों को सोचने की आवष्यकता है। नही तो जिला चिकित्साल्य कब शराब खोरी का अड्डा बन जाएगा कुछ कहा नही जा सकता। सूत्र बताते है कि जब जिला अस्पताल के आॅन डयूटी डाक्टर के कक्ष की एक टेबल के नीचे शराब की बोतल व उसके ऊपर रखे चखने की तस्वीर वायरल हुई उस वक्त डाक्टर नितेष कुमार डयूटी पर थे। इस पूरे मामले की खबर लगने के बाद जिला विकास मंच के पदाधिकारियों के डाक्टर को निलंबित करते हुए विरूद्ध चिकित्सा अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही की मांग की है। ताकि दोवारा जिला अस्पताल में इस प्रकार की हरकत दोवारा कोई अन्य जिम्मेदार यहां पर न कर सके। यदि पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही नही हुई तो इस पूरे मामले में गणमान्य नागरिक जिला प्रषासन को ज्ञापन सौंपते हुए कठोर कदम उठाएंगे जिसकी जिम्मेदारी जिला अस्पताल अधीक्षक की होगी।