कुंभकरण नींद में सो रहे जिला निर्वाचन के अधिकारी मंदाकिनी में हो रही नारेबाजी
क्या भाजपा के दबाव में काम कर रहा जिला निर्वाचन अमला?

इन्ट्रो-अनूपपुर जिले का जिला निर्वाचन विभाग से जुड़े अधिकारियों की कुंभकरणी नींद कब टूटेगी अब इसको लेकर जनता में तरह-तरह की चर्चा होनी शुरू हो गई है। अनूपपुर विधानसभा के जिला रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय से लगभग 200 मीटर के अंदर भाजपा प्रत्याशी बिसाहू लाल के होटल मंदाकिनी में भाजपा कार्यकर्ताओं नेताओं की चुनावी बैठक मंत्रणा तो चलती ही रहती है अब खुलेआम निर्वाचन विभाग के नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए नारेबाजी भी शुरू हो गई है।
(क्राइम रिपोर्टर)
अनूपपुर
। सैया भये कोतवाल अब डर काहे का की कहावत इस समय अनूपपुर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी के ऊपर अक्षरसः चरितार्थ हो रही है पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा प्रत्याशी अपने होटल में बिना निर्वाचन विभाग से परमिशन लिए दिन भर चुनाव की रणनीति सक्रिय कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में तो बनते ही रहते हैं अब जिंदाबाद के नारे भी लगने शुरू हो गए हैं। यहां पर यह बता दिया जाए की भारतीय जनता पार्टी ने दिखावे के तौर पर होटल मंदाकिनी के ठीक सामने अपना चुनाव कार्यालय खोल रखा है लेकिन यहां पर दिनभर सन्नाटा छाया रहता है और भाजपा की जितनी भी रणनीति या चुनाव संचालन के लिए भाजपा पदाधिकारी भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठकें होती हैं यह मंदाकिनी होटल से हो रही है। शनिवार को दोपहर में एकाएक सड़क से गुजरने वाले आम जनता भी चैंक गए जब होटल के अंदर से भारतीय जनता पार्टी जिन्दाबाद बिसाहू लाल जिन्दाबाद के नारे लगे यहां पर यह बता दिया जाए कि यह नारा इसलिए लगाया जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी में कुछ आधा दर्जन कार्यकर्ता शामिल हो रहे थे। और इस नारे का शोर दूर तक सुनाई दे रहा था लेकिन कुछ ही दूर पर स्थित चुनाव के रिटर्निंग ऑफिस के अधिकारियों और कर्मचारियों के कानों में नहीं सुनाई पड़ा यह चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां पर यह भी बता दिया जाए की मंदाकिनी होटल में बिना परमिशन के चुनावी बैठक करने का आरोप विगत दिनों से लग रहा है लेकिन मामला भाजपा सरकार के प्रदेश में मंत्री का वर्तमान में भाजपा अनूपपुर के प्रत्याशी होने के कारण जिला निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है अगर यह कहा जाए कि अनूपपुर भाजपा के प्रत्याशी खुलेआम निर्वाचन विभाग के नियमों आदेशों की धज्जियां बिखेरतें हुए अपने होटल से विधानसभा चुनाव का संचालन कर रहे हैं तो गलत नहीं है।
धारा 144 भी बना मजाक का विषय
यहां पर यह बता दिया जाए की विधानसभा चुनाव होने के कारण जिले में धारा 144 लागू की गई है और राजनीतिक दलों द्वारा बैठक जनसभा के आयोजन करने के लिए कई तरह के नियम कानून बनाए गए हैं जिसमें से मुख्य रूप से यही है कि किसी भी जगह पर राजनीतिक गतिविधियों को संचालन करने के लिए निर्वाचन विभाग के कार्यालय से परमिशन लेना जरूरी होता है। लेकिन इन सब नियम कानून को तोड़ते हुए अनूपपुर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह द्वारा अपने निजी होटल मंदाकिनी में खुलेआम 100, 200 कार्यकर्ताओं के साथ बैठक और नारेबाजी की जा रही है लेकिन इस पर जिला के जिम्मेदार अधिकारी इसलिए चुप है कि मामला भाजपा नेता और मध्यप्रदेश मंत्री से जुड़ा हुआ है।
प्रत्याशी के खर्चे में जोड़ा जाए होटल मंदाकिनी का खर्चा
निर्वाचन विभाग के नियमों के अनुसार होटल मंदाकिनी के हाल कमरे और चाय पानी नाश्ते का खर्चा भाजपा प्रत्याशी के खर्चे में जोड़ा जाना चाहिए लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नामांकन करने के बाद अब तक भाजपा प्रत्याशी ने होटल मंदाकिनी में किया जा रहे खर्चों का उल्लेख अपने चुनाव में नहीं किया है। वही बिना परमिशन लिए अवैधानिक ढंग से हो रहे भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में बैठक और नारेबाजी को लेकर जनता अब यही कहने लगी है कि अब तक कोई और दल के प्रत्याशी ऐसा करते तो प्रशासनिक अधिकारी कार्यवाही करते लेकिन यहां तो सैयां भये कोतवाल अब डर काहे का की कहावत चरितार्थ होती दिख रही है।