जिला मनेन्द्रगढ़ बना कांग्रेस पदाधिकारीयो का आतंक का गढ,

नया जिला मनेन्द्रगढ़ बना कांग्रेस पदाधिकारीयो का आतंक का गढ,
कभी आदिवासियों पर अत्याचार ,तो कभी गरीब परिवार के एकलौता बेटा की हत्या, तो सरकारी कर्मचारी सचिव की हत्या रेणुका सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत कोरिया
मनेन्द्रगढ़। नवगठित जिला मनेन्द्रगढ़ के दूरस्थ अंचल और छत्तीसगढ़ के पहला विधानसभा के भरतपुर में कांग्रेस के पदाधिकारीयो व उनके संरक्षण में उनके लडको के द्वारा गरीबों की हत्या बीच चैराहे में मारपीट कर के कर दी जा रही है। पुलिस को इतना डर है कांग्रेस शासन में की उनको हाथ लगाने से डरती है और एफआईआर तक नही करती है।किसी से छुपा नहीं है की कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष के ऊपर शासकीय कर्मचारी पंचायत सचिव की हत्या का मामला में पुलिस कुछ भी कार्यवाही नही की और मामला शांत हो नहीं पाया की दिनाक 26/03/23 को बीच चैराहे में मृतक सुमित कुमार शर्मा के ऊपर ताबड़ तोड़ डंडे से सिर पर वार कर के घायल कर दिया गया। जिसका बेहतर इलाज के लिए जिला शहडोल ले जाया गया और मृत्यु साया में पड़े मृतक के द्वारा स्वंय बताया की ब्लॉक अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह का बेटा शैलेंद्र सिंह उर्फ छोटू के द्वारा डंडे से सिर पर ताबड़ तोड़ मारा गया ।जिनका इलाज के दौरान दिनाक 02/04/23 को जान चला गया। कांग्रेस सरकार में कांग्रेसियों का इतना हौसला बुलंद और प्रशासन को डर है की घटना का शिकायत करने के बाद भी भरतपुर में पुलिस के द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। मध्यप्रदेश के शहडोल में मृत्यु के बाद एफआईआर दर्ज किया गया। इस संबंध में जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि जिला एमसीबी के विधानसभा भरतपुर सोनहत में कांग्रेस के विधायक हैं और जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से अत्याचार और आतंक इतना बढ़ गया है कि आदिवासी, गरीबों और शासकीय कर्मचारियों की हत्या अपराध नहीं आम बात बन गई हैं कांग्रेसियों का इतना दबाव है कि इस घटनाक्रम की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की स्थानीय पुलिस प्रशासन, जबकि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में जिला शहडोल को मृत्यु और इस घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत एफ आई आर दर्ज करती है। अध्यक्ष जिला पंचायत कोरिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार से मांग की है की उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय मृत परिवार को 50 50 लाख देने की घोषणा किए थे वैसे ही छत्तीसगढ़ के पहले विधानसभा के भरतपुर में हुई मृत परिवार के लोगों को पचास लाख रुपए की राशि और सरकारी नौकरी प्रदान करें। जिससे मृतक परिवार को सांत्वना मिल सके। इस संबंध में रेणुका सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत में पुलिस अधीक्षक जिला एमसीबी को कॉल करके घटना की जानकारी लेना चाहे तो पुलिस कप्तान ने कॉल तक रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा इस संबंध में अध्यक्ष जिला पंचायत के द्वारा दोषियों को जल्द पकड़कर कार्यवाही करने की मांग करते हुए पत्र एसपी के नाम लिखें है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि दोषियों के ऊपर रिपोर्ट दर्ज करते हुए जल्द से जल्द पकड़ कर कार्यवाही नहीं की गई और पुलिस के द्वारा दोषियों को बचाने का काम किया जाएगा तो न्याय के लिए थाना, पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव व धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। अब देखना है कि पुलिस प्रशासन के द्वारा दोषियों को पकड़कर कार्यवाही करती है या पिछली घटना की भांति इस बार भी मूक दर्शक बने रहेगी।