जीवन दायिनी शहडोल नागपुर ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर तक कब? क्या रेल प्रशासन को अंबिकापुर अनूपपुर रेल खंड की जनता को होने वाली परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है? (विकास पाण्डेय)

जीवन दायिनी शहडोल नागपुर ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर तक कब? क्या रेल प्रशासन को अंबिकापुर अनूपपुर रेल खंड की जनता को होने वाली परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है?
(विकास पाण्डेय)
बिजुरी। शहडोल सांसद ने शहडोल तक जीवन दायिनी नागपुर ट्रेन का परिचालन शहडोल तक कराकर आखिर क्यों मान लिया अपने कर्तव्यों की इतिश्री ये एक बड़ा सवाल है जिस ओर रेल मंत्रालय रेल प्रशासन और शहडोल सांसद को गंभीरता से विचार करना चाहिए जाहिर है अंबिकापुर नागपुर ट्रेन की मांग उक्त रेलखंड के रहवासियों द्वारा बीते लगभग 6 वर्षो से पायदान दर पायदान की जा रही थी बामुश्किल तारीख पे तारीख मिलने के बाद उक्त ट्रेन का परिचालन शहडोल से प्रारंभ हो पाया ऐसे में अंबिकापुर अनूपपुर रेल खंड के आम नागरिक समाज के सपनों पर पानीं फिर गया और आसमान से गिरा खजूर पर जा लटका की कहावत यहां पर चरितार्थ हुई और उक्त ट्रेन के शुभारंभ के वक्त बताया तो यही जा रहा था कि जल्द ही उक्त ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर तक कर दिया जाएगा लेकिन महीने दर महीने 4 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन अब तक उक्त ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर तक हो नहीं पाया जिससे अनूपपुर अंबिकापुर रेलखंड के रेल यात्री अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं गौरतलब है कि उक्त रेलखंड के रहवासियों की नागपुर यात्रा अभी भी आसान नहीं हो पाई सर्विदित है कि शहडोल नागपुर ट्रेन सुबह-सुबह लगभग 5 बजे शहडोल से चलकर नागपुर की ओर जाती है ऐसे में इतनी सुबह लोगों को शहडोल पहुंच कर नागपुर ट्रेन पकड़कर नागपुर जाना आसान नहीं होता! जहां एक ओर मोदी सरकार द्वारा देश के कोने-कोने में रेल यात्रियों की यात्रा सुगम और आसान बनाने के लिए दोहरी रेल लाइनों को तिहरी नयी नयी रेल लाइनों से कनेक्टिविटी बना कर हमसफर बंदे भारत जैसी सुपर फास्ट गाड़ियों को चला कर देश भर में रेलवे के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा जा रहा हैं अंमृत भारत योजना चला कर देश के कयी रेलवे स्टेशनों को सर्वसुविधायुक्त बनाने की दिशा में तेजी से काम भी चल रहा है यात्री ट्रेनों में यल यच बी रैंकों को लगा कर यात्रियों की ट्रेन यात्राओं कंफर्टेबल और सुरक्षित बनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर अंबिकापुर अनूपपुर रेलखंड के रहवासियों की वर्षों पुरानी एक अदद अंबिकापुर नागपुर सीधी ट्रेन का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है जो अपने आप कयी सवालों को जन्म देता है उक्त मांग के इर्द-गिर्द कुछ सवाल हमारे जहन में रेंगते है आप के जहन में भी उक्त सवाल उठना चाहिए क्या सत्ता के गलियारे में अंबिकापुर अनूपपुर रेलखंड के रहवासियों की सुनने वाला कोई नहीं? शहडोल सांसद हिमाद्रि सिंह उक्त ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर तक कराने का प्रयास आखिर क्यों नहीं कर रही है जिनके अथक प्रयास के बाद ही उक्त ट्रेन शुरू हो पाई उल्लेखनीय है कि शहडोल सांसद द्वारा उक्त मांग को पूरा कराने के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुहार लगाई थी। लेकिन यहां पर एक बड़ा सवाल उठता है कि हिमाद्रि सिंह ने शहडोल तक नागपुर ट्रेन का परिचालन प्रारंभ कराकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री आखिर क्यों मान ली?क्या वो अनूपपुर जिले को अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं मानतीं? जाहिर है लोकसभा चुनाव करीब है अगर उन्हें भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाती है तो वो अनूपपुर जिले की जनता को क्या जवाब देगी ? स्मरणीय है कि अंबिकापुर अनूपपुर रेल खंड स्वास्थ्य सुविधाओं में पिछड़ा हुआ है जिसके कारण उक्त रेलखंड के लोग गंभीर बीमारियों का इलाज कराने नागपुर की यात्रा करते लेकिन सीधी ट्रेन सुविधा न होने के कारण उक्त रेलखंड के रहवासियों को नागपुर की यात्रा कष्ट दाई होती है और गंभीर मरीजों को साथ लेकर नागपुर यात्रा एक बड़ी चुनौती से कम नहीं होती। ज्ञातव्य है कि अंबिकापुर अनूपपुर रेलखंड अंतर्गत विश्रामपुर सूरजपुर जिला बैकुंठपुर रोड कोरिया जिला अंबिकापुर सरगुजा जिला बिजुरी, कोतमा, मनेन्द्रगढ़ जिला आते हैं बहरहाल उक्त ट्रेन के अंबिकापुर तक विस्तार का प्रस्ताव बिलासपुर जोन द्वारा रेलवे बोर्ड को क्यों नहीं भेजा जा रहा है ये नहीं आखिर कौन कौन सी तकनीकी दिक्कतें अंबिकापुर विस्तार करने में आएंगी या आ रही है ये भी नहीं मालूम लेकिन इस ट्रेन का परिचालन अंबिकापुर तक आवश्यक है क्योंकि इस ट्रेन के अंबिकापुर तक परिचालन होने से जहां एक ओर उक्त रेलखंड के रहवासियों को स्वस्थ सुविधाओं का सीधा साधन सुलभ हो जाएगा वहीं दूसरी ओर रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।