अनूपपुर : झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से 4 वर्षीय मासूम की हुई मौत@ (अजीत मिश्रा)

बिजुरी स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के बावजूद चिकित्सक ने न तो थाने में दी सूचना और न ही कराया पीएम
झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से 4 वर्षीय मासूम की हुई मौत
(अजीत मिश्रा)
अनूपपुर। जिले में झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध पूर्व में कलेक्टर के द्वारा कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने की वजह से झोलाछाप चिकित्सक के इलाज से लोगों की जान पर बना रही है। ताजा मामला मध्यप्रदेष के सबसे बड़ी नगरपालिकाओं में सुमार बिजुरी नगरपालिका का है जहां पर डाक्टर आषीष निरंजन पाल द्वारा संचालित पाल क्लिनिक का है जो विगत माह 4 अगस्त 2024 को चार वर्षीय मासूम दिव्यांसी पनिका की मौत इलाज में लापरवाही बरतने की वजह से हो गई दुखद पहलू यह है की दिव्यांसी के मौत के बाद उसके मौत का सौदा करने की चर्चा बिजुरी नगर में आम है कथित तौर पर उसके पिता आरोपित डाक्टर और कुछ खबर नबीसो पर आरोप लग रहे है।
यह है मामला
बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बहेरा बांध निवासी 4 वर्षीय मासूम दिव्यांशी पनिका पिता दयाराम की तबीयत 4 अगस्त को बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए परिजनों के द्वारा बिजुरी नगर के एक झोलाछाप चिकित्सक के क्लीनिक ले जाया गया। जहां गलत उपचार किए जाने के कारण इंजेक्शन लगाने के कुछ ही समय के पश्चात उसकी मौत होगई। मौत के पश्चात झोलाछाप चिकित्सक के द्वारा मासूम के बेहोश होने की बात कहते हुए उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी ले जाने के लिए परिजनों को कहा गया। जहां ले जाए जाने पर उपस्थित स्टाफ नर्स एवं चिकित्सक के द्वारा उसे मृत बतलाया गया साथ ही अस्पताल के रजिस्टर में झोलाछाप चिकित्सक के क्लीनिक में उसकी मौत होने की सूचना दर्ज की गई।
बिना पोस्टमार्टम तथा पुलिस को सूचना दिए ही कर दिया अंतिम संस्कार (फोटो क्रमांक 03)
इस मामले में झोलाछाप चिकित्सक के द्वारा खुद को फसता हुआ देखकर परिजनों पर दबाव बनाते हुए बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। झोलाछाप चिकित्सक की लापरवाही से हुई इस मौत पर ना तो उसके विरुद्ध कोई कार्यवाही विभाग के द्वारा की गई और ना ही उसका क्लिनिक ही सील किया गया जिसके कारण अभी भी वह उपचार कर रहा है।
दो लाख में सौदे की चर्चा जोरो पर!
बिजुरी नगर में हो रहे चर्चा की माने तो मासूम दिव्यांसी के मौत के बाद जब यह बात जिला स्तर के साथ-साथ पडोसी राज्य छत्तीसगढ़ के झगड़ाखांड़ और बिजुरी नगर के कुछ खबर नबीसो को लगी तो वह खबर की तलास में डाक्टर आषीष निरंजन पाल के क्लिनिक पहुंचे और कुछ ही देर में पूरा मामला आपसी सहमती से निपटाने का बनने लगा कथित खबर नबीसो द्वारा मृतिका मासूम दिव्यांसी के पिता दया राम पनिका के पास पहुंचकर पूरे मामले में समझौता करने का दबाव डाला गया इस बात की पुष्टि सोषल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियों से होती है जिसमें खोंगा पानी के एक पत्रकार के साथ अन्य पत्रकारो की उपस्थिति में पैसे के लेन-देन की बात मुकर्र होने के बाद सादे पेपर में कुछ लिखा पढ़ी करा कर मीडिया वाले ले गए चर्चा के अनुसार इस पूरे लिखा पढ़ी में लगभग दो लाख रुपये का लेन-देन हुआ जिसमे से 50 हजार रुपये की राषि पीड़ित पिता को और शेष राषि खबर नबीसो में आपस में बंदरबाट कर डाक्टर आषीष निरंजन पाल के गुनाहो में पर्दा डालने का असफल प्रयास किया।
बिजुरी अस्पताल का रजिस्टर दे रहा गवाही (फोटो क्रमांक 04)
डाक्टर आषीष निरंजन पाल के क्लिनीक में मासूम दिव्यांसी की मौत हुई थी इस बात की पुष्टिी बिजुरी अस्पताल के ओपीडी का वह रजिस्टर चीख-चीखकर दे रहा है जिसमें यह बात स्पष्ट तौर पर लिखी हुई है। कि मासूम दिव्यांसी पनिका को मृत अवस्था में डाक्टर पाल के क्लिनीक से लाया गया था जिसकी प्रतिलिपी हमारे पास मौजूद है इसके बावजूद भी उपस्थित डाक्टर ने उक्त मासूम मृत दिव्यांसी का पोस्टमर्टम कराना या पुलिस को सूचना देना उचित नही समझा बिजुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर यह बड़ा सवाल खड़ा होता है।
इनका कहना है
मामले की सूचना आपसे प्राप्त हुई है मैं जानकारी लेता हूं कि क्यों पीएम नहीं कराया गया। झोलाछाप चिकित्सक के विरुद्ध जांच करते हुए कार्यवाही की जाएगी।
डॉ अशोक कुमार अवधिया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर