*तुलसी महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन*

@रिपोर्ट - मो अनीश  तिगाला 

अनूपपुर / किसी भी व्यवसाय कार्य को प्रारंभ करने के लिए उस विषय के साथ-साथ  कानून का ज्ञान होना बहुत जरूरी है  हम कभी कभी भूल वस में किसी भी अपराध को कर देते हैं  जिससे आगे  चल  कर पछतावा होता है  और जब हम कोई व्यवसाय या नौकरी करने जाते हैं  उस वक्त पुलिस वेरिफिकेशन के लिए परेशान होना पड़ता है उक्त विचार श्री विवेक कुमार शुक्ला अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनूपपुर ने  दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी  के उद्घाटन  सत्र के दौरान प्रथम दिन 27 फ़रवरी को शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये साथ  ही कहा  की महाविद्यालय द्वारा आयोजित  राष्ट्रीय सेमिनार  जिसका विषय भारत मे स्टार्टअप चुनौती  एवं संभावनाएं हैं इस सेमिनार का यहां के  लोगों को निश्चय ही  लाभ  मिलेगा,| राष्ट्रीय सेमिनार के  उद्घाटन सत्र की शुरुआत मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनूपपुर, कार्यक्रम की अध्यक्षता  नगर पालिका अध्यक्ष अंजूलिका सिंह, विशिष्ट अतिथि डॉ परमानंद तिवारी पूर्व प्राचार्य महाविद्यालय पाली, महाविद्यालय के  प्राचार्य डॉ जे के  संत, आदि  ने  मां सरस्वती के  छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर की, जिसके उपरांत अतिथियों का शाल श्री फल द्वारा कार्यक्रम के संयोजक अमित भूषण दिवेदी, आइक्यूसी प्रभारी देवेंद्र बागरी, अजय राज राठोर, पूनम, आकांक्षा राठौर,  संजू द्विवेदी, द्वारा स्वागत व सम्मान किया गया, | जिसके बाद  महाविद्यालय के  प्राचार्य डॉ जे के  संत  ने  सेमिनार के  विषय व कार्यक्रम की रूपरेखा बताई, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही नगर पालिका अध्यक्ष अंजूलिका सिंह, ने  कहा  की  बड़ा  ही गर्व का विषय  है  की इस छोटे  से नगर  के  महाविद्यालय मे राष्ट्रीय  स्तर की शोध  संगोष्ठी आयोजित की जा रही  है, जिससे नगर  गर्वन्वित हुआ है,इस राष्ट्रीय सेमिनार के विषय  से निश्चय ही  शोधार्थी विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा
धन्यवाद, पूर्व प्राचार्य डॉ परमानंद तिवारी ने  ने कहा कि स्टार्टअप विषय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का प्रिय विषय है आत्मनिर्भर भारत में स्टार्टअप को जानना  बेहद जरूरी है उन्होंने गंभीर चिंतन करते हुए इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए,   राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में कई राज्यों से आये शोधार्थी व विद्यार्थीयों ने  अपने अपने शोध आलेख पढ़े,   कार्यक्रम के मंच का संचालन प्रो गीतेश्वरी पांडेय ने  किया |