दुनिया में सबसे महंगा केला खाने के मामले में अनूपपुर दूसरे नंबर पर ,भ्रष्टाचार की वजह से दुनिया में दूसरे नंबर पहुंचा अनूपपुर जिला,मामला जन अभियान परिषद का  

अनूपपुर - दुनिया में कुछ न कुछ अजीब करने की चाहता और सुर्खियां बटोरने की सनक किस कदर हावी होती है उसका एक उदाहरण आज हम आपको बताने जा रहे है जहाँ अनूपपुर जिले ने दुनिया में दूसरा स्थान हांसिल कर लिया है, एक केले की कीमत हो सकती है 5,10 या ज्यादा से ज्यादा 15 रुपये लेकिन एक केले का सौदा ऐसा भी हुआ जो आपके होस उड़ा देगा दरसल दुनिया का सबसे महंगा केला इटली में एक केला 85.81 लाख रुपये में बिका था यह केला दुनिया में बिका सबसे महंगा केला था अब दूसरा सबसे महंगा केला अनूपपुर में बिका जिसकी कीमत 410 रुपये एक केले की कीमत है और उसको किसी और ने नहीं जन अभियान परिषद के ब्लाक समन्ववयक जैतहरी के फत्ते ने प्रेम शंकर रेस्टोरेंट से ख़रीदा अब ये केला जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक उमेश कुमार पांडेय ने खाया की ब्लॉक समन्वयक फत्ते ने  दोनों ही बता सकते है , दरसल इटली के प्रसिद्ध कलाकार मौरिजियो ने एक केले को डक्ट टेप के जरिये दिवार से चिपकाया और उनका यह कारनामा बेहतरीन आर्ट में शुमार हो गया , दूसरा केला अनूपपुर में सुमार हो रहा है जिसको ब्लॉक सम्नन्वयक जैतहरी के फत्ते ने 16-12-2023 प्रेम शंकर रेस्टोरेंट मिनी स्टेडियम के सामने जैतहरी जिला अनूपपुर के द्वारा ब्लॉक समन्नवयक जैतहरी को मीठा केला 1 नग 410 रुपये में बेंचा जिसका बाकायदा भुगतान भी जिला सम्नन्वयक उमेश कुमार पांडेय ने बिल क्रमांक 64 में टोटल भुगतान 3811 रूपये किये जिसमे से 1 केले का भुगतान 410 रूपये भी किया इतना महंगा केला खरीदने का खुलासा तब हुआ जब आरटीआई से दिए जानकारी में प्रेम शंकर रेस्टोरेंट का बिल मिला एक नहीं ऐसे कई फर्जी बिल जन अभियान परिषद ने लगा कर सरकार के खजाने को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी दरसल जन अभियान परिषद के जिला सम्नन्वयक पर भारी भृष्टाचार के आरोपों का खुलासा हर दिन हो रहा है और इनके काळा कारनामो की लम्बी फेहरिस्त है पर सत्ता पक्ष का संरक्षण होने की वजह से अब तक इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो सकी,चाहे मामला पांच वर्ष पूर्व बंद हो चुके शिवानी स्वीट्स राजेन्द्रग्राम का हो जहाँ फर्जी बिलों के माध्यम से लगातर पैसों की निकासी की गई हो या नवनकुरों द्वारा लगातार की गई शिकयतों में पैसे मांगने का आरोप रहा हो 

चलिए छोड़िये इनके भ्रष्टाचार पर रोक लगा पाना शायद जिला प्रशासन के बुते की बात नहीं,पर सवाल यह उठता है की इस तरह के बिलो का भुगतान कैसे हो जाता है क्या किसी को दिखाई नहीं देता की आखिर सरकारी खजाने को ये जिला सम्नन्वयक उमेश कुमार पांडेय कैसे लूट रहा है हम अगले एपिसोड में एक और बड़ा खुलासा करेंगे जहाँ पानी बॉटल आपके सोच से परे जा कर खरीदी गई