संगम टोला में एक ही घाट पर पीते है आदमी और जानवर एक साथ पानी यही है विकास की कहानी

संगम टोला में एक ही घाट पर पीते है आदमी और जानवर एक साथ पानी यही है विकास की कहानी
पगडण्डी व खाई पार कर खड़ी चढ़ाई चढ़ गांव पहुंचते हैं लोग, रास्ता बना पढ़ाई में रोड़ा
अनूपपुर। नर्मदा नदी के किनारे बसा पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड का ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 की आबादी लगभग 300 और मतदाता लगभग 150 है। यहां के ग्रामीण आज आदिमानव काल में अपना जीवन यापन बसर कर रहें। मूलभूत सुविधाओं के लिए बाट जोहते ग्रमीणों के चलने के लायक सड़क तक नहीं है। आंगनवाड़ी दूर होने के चलते बच्चे आंगनवाड़ी नहीं जा पाते जो विकास तस्वीरे सामने आ रही है वह वोट लेने वाले नेताओं के सारे दावों की पोल खोलती हैं। जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड का ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 के संगम टोला का जहां की कुल अबादी 300 और मतदाता 150 के लगभग हैं। जहां गांव पहुंचे के लिए सड़क तक नहीं हैं, जाने के लिए पगडण्डी रास्तों से होकर खाई व नदी को पार करते हुए खड़ी चढ़ाई चढ़ कर गांव के लोग आवागमन करते हैं। आंगनवाडी दूर होने के चलते बच्चे आंगनवाड़ी नहीं जा पाते। यहां तक गांव में 8वीं के बाद की पढ़ाई के लिए रास्ता ही आहे आ रहा है। ऐसे में बच्चों की आगे की पढ़ाई को विश्राम देना पड़ रहा है। गांव में नल तो लगा दिया गया, लेकिन वह भी दिखावा मात्र हैं। झिरिया का गंदा पानी मा नर्मदा नदी का पानी ग्रामीण और जानवर एक ही स्थान पर अपनी प्यास बुझाने को विवस हैं। बारिश के दिनों में नदी जाने और बाढ़ की चपेट में आने से पीने के पानी की समस्या विकराल रूप ले लेती हैं। वहीं जल निगम के प्रभारी से जब पानी सप्लाई न मिल पाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहाँ कुछ घर ऐसे है। जहां पानी नहीं पहुंच रहा है। टीम भेज कर चेक करवा लेते हैं, आखिर क्यों पानी नहीं जा रहा है। जनपद पुष्पराजगढ़ के सीईओ केके सोनी ने कहां कि गाँव का जल्द निरीक्षण कर प्लान बिना कर सुविधा देने की बात जरूर कहीं किन्तु सब बेमानी है। यह रट रटाया जबाब अधिकारियों को होता है।