नगर पालिका बिजुरी में ग्रीष्म ऋतु में होगी पेयजल की समस्या,नल-जल योजना का कार्य ठप्प टैंकर के सहारे बुझेगी प्यास, पहले इसी मामले में हो चुका करोड़ो का भ्रष्टाचार

नगर पालिका बिजुरी में ग्रीष्म ऋतु में होगी पेयजल की समस्या,नल-जल योजना का कार्य ठप्प
टैंकर के सहारे बुझेगी प्यास, पहले इसी मामले में हो चुका करोड़ो का भ्रष्टाचार
(विकास पाण्डेय)
इन्ट्रो-दषको से पेय जल समस्या का दंष झेल रहे बिजुरी वासियो को इस बार भी गर्मी के मौसम में नगरपालिका के जिम्मेदारांे की लापरवाही के कारण परेषानियां उठानी पड सकती है। उधर सूत्र बताते है कि टैंकरो से पेयजल आपूर्ति के माध्यम से भ्रष्टाचार का जुगाड बनाये रहने वालो के द्वारा पेयजल श्रोत से दूर नल-जल योजना का कार्य पूर्ण नही होने दिया गया। बीती नगर परिषद पर टैंकरो के माध्यम से पेयजल आपूर्ति को लेकर करोड़ो के भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और जांच में वह सही पाये गये, जहां पर विभिन्न्ा दो पहिया व अन्य बडे वाहनो के नंबरो को टैंकर बताकर पानी की सप्लाई की गई थी। पता नही क्यों नगरपालिका परिषद बिजुरी के जनप्रतिनिधि पानी की समस्या का समाधान अब तक नही करा सके हैं।
बिजुरी। बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत गर्मियों के मौसम में लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिसका कारण यह है कि वर्तमान में 18 करोड रुपए की लागत से बन रही नल जल योजना का कार्य पेयजल स्रोत के अभाव में ठप्प पड़ा हुआ है। इसके साथ ही हैंडपंप तथा पंप हाउस भी वर्तमान में बिगड़ी हुई हालत में हैं जिससे इनकी मरम्मत न होने से आगामी दिनों में और भी समस्या बढ़ सकती है।
69 हैंडपंप चालू 15 बिगड़ी हालत में
बिजुरी नगर पालिका के 15 वार्डों में 84 हैंड पंप स्थापित हैं जिनमें से 15 हैंड पंप विभिन्न कारणों से बिगड़े पड़े हैं। वर्तमान में 69 हैंडपंप ही चालू हालत में है। गर्मियों का मौसम प्रारंभ हो चुका है ऐसे में बिगड़े हुए हैंडपंप की मरम्मत न होने से लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड सकता है। समय पूर्व कार्य न होने से जनप्रतिनिधि जनता के प्रति कितने जिम्मेदार है यह अपने आप खुलकर सामने आ रहा है।
97 सबमर्सिबल पंप हाउस में 14 बिगड़ी हालत में
बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड में पेयजल की समस्या को देखते हुए 97 सबमर्सिबल पंप हाउस लगाए गए हैं। जिनमें से 14 सबमर्सिबल पंप हाउस बिगड़ी हुई हालत में है तथा 83 ही चालू स्थिति में है गर्मियों में इनका उपयोग बढ़ेगा लेकिन अब तक इनकी मरम्मत नहीं हो पाने से और समस्या होगी। जबकि समय-समय पर पंप हाउस की मरम्मत कार्य के बिल भुगतान होते रहते है फिर भी समस्या खडी रहती है।
6 टैंकरों के सहारे पेय जल परिवहन
गर्मियों के दिनों में बिजुरी नगर पालिका में पेयजल संकट गहरा तेज आता है। जिसके लिए नगर पालिका के द्वारा इस वर्ष 6 टैंकर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति किए जाने की व्यवस्था बनाई गई है। 35 हजार की आबादी में लगभग 13000 की आबादी कॉलरी वार्ड में निवासरत है जहां पर जल की जिम्मेदारी कॉलरी प्रबंधन निभाती है। शेष 22000 की आबादी के लिए नपा बहेरा बांध फिल्टर प्लांट पर निर्भर है जहां प्रतिदिन 50 टैंकर पानी उपलब्ध हो पाता है। शेष पेयजल के लिए कॉलरी के जल स्रोत पर नपा निर्भर है।
अधूरा पडा नल-जल योजना का कार्य
बिजुरी नगर पालिका में वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना के तहत 18 करोड़ की राशि नापा को स्वीकृत की गई थी। जिस पर नगर पालिका के द्वारा डोला में स्थित पोखरी का पानी पाइप लाइन के माध्यम से बिजुरी नगर पालिका तक लाने की योजना बनाई गई थी लेकिन नगर परिषद बनने के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा इस पर रोक लगा दी गई। जिसके बाद ओवरहेड टैंक तथा संपवेल निर्माण तथा कुरजा गांव में लाखों की लागत से फिल्टर प्लांट का निर्माण होने के पश्चात अब तक पेयजल स्रोत ना मिलने से यह योजना पूरी तरह से बेकार साबित हो रही है। केवई परियोजना के लिए पूर्व कार्यकाल में 27 करोड रुपए का संशोधित डीपीआर बनाकर स्वीकृति के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा गया था लेकिन वह भी अब तक स्वीकृत नहीं हो पाई।