पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने के लिए हमें अपने जन्मदिन पर लगाना चाहिए पेड़.विधायक

पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने के लिए हमें अपने जन्मदिन पर लगाना चाहिए पेड़.विधायक
अनूपपुर। जिले के राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के बेलघाट मे खाटी विद्यालय की 130 छात्रा.छात्राओं की उपस्थिति में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए पुष्पराजगढ़ विधानसभा के विधायक ने कही कि हम सभी को पर्यावरण के संरक्षण हेतु अपने.अपने जन्म दिवस के अवसर पर एक.एक पेड़ लगाते हुए मांता.पिता द्वारा किए जा रहे हमारे लालन.पालन की तरह लालन.पालन करना चाहिए यदि वृक्ष रहेंगे तो हम सभी जीवित रहेंगे अन्यथा बड़े.बड़े शहरों की तरह हमें भी प्राकृतिक ऑक्सीजन की जगह ऑक्सीजन खरीद कर उपयोग कर जीवित रहना पड़ सकता है कार्यक्रम में जिला पंचायत अनूपपुर निर्माण समिति सभापति भुवनेश्वरी देवी ने कहा कि हम सभी को कड़ी मेहनत एवं लगन के साथ आगे बढ़ना चाहिए ताकि हमारा भविष्य सुनहरा हो सकेए अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एसण्केण्प्रजापति ने कहा कि हमारे जंगल की शान हमारा टाइगर यानी बाघ है जो एक छाते की तरह वनों एवं वन्यप्राणियों का संरक्षण करता है उन्होंने वन विभाग में पदस्थ अधिकारीध्कर्मचारी के संबंध में जानकारी देते हुए पदों के दायित्वो के संबंध में बच्चों को अवगत कराया एसडीओ वन राजेंद्रग्राम प्रदीप कुमार खत्री ने बच्चों को मां के पेट में सर्वाधिक समय तक गर्भ धारण कर उत्पन्न होते हाथी को सबसे अधिक बुद्धिमान बताते हुए बच्चों से बुद्धिमान के साथ.साथ एक अच्छा नागरिक बनने का आह्वान किया इस दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रगाम शिवम गोष्टी ने बच्चों से कहा कि वन रहेंगे तो हमारे पास धन रहेगा वर्तमान परिस्थितियों में वन से बड़ा धन कोई नहीं है वन से हमें ऑक्सीजनए लड़कियां वन्यप्राणीए जडी.बूटी जैसे बहुतायत चीज प्राप्त होती हैंए कार्यक्रम दौरान प्रेरक शशिधर अग्रवाल ने बच्चों को सांपों की प्रजाति एवं उनसे बचाव के उपाय के साथ नर्मदा नदी के तट पर ध्यान कराते हुए पानी की लहरों की आवाजए उड़ते पक्षियों की आवाजएशांत वातावरण एवं चलती हवा का आभास के साथ चिपको आंदोलन की तरह धार्मिक स्थल बेलघाट जहां पर बेल के वृक्षो की अत्यधिक संख्या है में बच्चों को पेड़ों में चिपका कर चिपको आंदोलन की तरह वृक्षों को बचाने एवं उन्हें संरक्षित करने का आह्वान किया इस दौरान प्रेरक एवं वनरक्षक नर्मदा प्रसाद पटेल ने मैं भी बाघ थीम के तहत नर्मदा नदी के रेत मैदान में बाघ के पगमार्क एवं अनुभूति के मानव श्रृंखला बनाई गई