पीएचक्यू वाली मैडम अब यूनिक कोड से करवायेंगी ऑटो चालकों से अवैध वसूली? @रिपोर्ट - अनीश तिगाला

पीएचक्यू वाली मैडम अब यूनिक कोड से करवायेंगी ऑटो चालकों से अवैध वसूली?
@रिपोर्ट - अनीश तिगाला
अनूपपुर / जिला यातायात विभाग अनूपपुर द्वारा शुरू किया गया ऑटो वाहन के लिए यूनिक कोड ट्रैफिक पुलिस के लिए अब कमाई का नया जरिया बनने जा रहा है । ऑटो वाहन मे यूनिक कोड के बहाने यातायात विभाग ऑटोवाहन चालकों व मालिकों का डाटा एकत्रित कर रहा है ताकि ऑटो चालकों से की जाने वाली अवैध वसूली की जानकारी शीघ्रता से लग सके की इस माह किस ऑटो वाहन से ₹500 की राशि मिली है कि नहीं मिली | , वैसे भी इन दिनों वाहन के कागजात और लाइसेंस नहीं होने पर अनूपपुर ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों से अवैध वसूली का कोई मौका नहीं छोड़ती। वाहनों की जांच के नाम पर सड़क पर कहीं भी वसूली अभियान शुरू हो जाता है। शहर से बाहर जाने वाली सड़कों पर हालत और भी खराब है। थानों की पुलिस के अलावा ट्रैफिक पुलिस की ओर से अलग से चेकिंग अभियान चलाया जाता है। बोलचाल की भाषा में ‘हफ्ता’ वसूली कहलाने वाली यह प्रथा यहां ‘रोजाना’ चल रही है। वाहन चालकों की मजबूरी है कि वे चाहकर भी ‘नहीं’ नहीं कह सकते। रोज चालान काटने वाली पुलिस रसीद देते समय यह तक बताना भी जरूरी नहीं समझती कि किस कमी या गलती पर चालान किया जा रहा है।
*अब रजिस्टर होगा मेंटेन*
अभी तक जिस यातायात कर्मी को जब कही भी मौका मिलता था वह ऑटो वाहन से ₹500 प्रति माह के हिसाब से उससे वसूली कर लेता था, जिसकी जानकारी यातायात विभाग में एकत्रित नहीं रहती थी, अब पीएचक्यू हेडडक्वाटर भोंपल से सीधे पोस्टिंग करा कर अनूपपुर यातायात प्रभारी ने हर अवैध वसूली की कमान अपने हाथों में लेते हुए यात्री की सुरक्षा के बहाने ऑटो वाहनो मे यूनिकोड कोड के लिखवाते अब अवैध वसूली का नया तरकीब खोजा गया है की यूनिक कोड का फला नंबर इस माह की इंट्री दे दिया की नहीं, जिसे यातायात थाने बुलाने के लिए उनका नाम व मोबाईल नंबर भी एक रजिस्टर मे संधारित किया गया है |
क्या आर टी ओ का नंबर नहीं था प्रयाप्त?
देश मे आजादी के बाद से मोटर वाहनो का पंजीयन परिवहन विभाग करता चला रहा है जहाँ हर राज्य के परिवहन विभाग का एक अपना नंबर होता है जो पंजीकृत होने वाले वाहनों को प्रदान करता है ऑटो वाहनो का भी पंजीयन नंबर परिवहन विभाग जारी करता है और यह परंपरा कई सदियों से चली आ रही है, लेकिन अनूपपुर यातायात प्रभारी ने एक अलग पंजीयन जिसे यूनिक कोड का नाम दिया है वहा लिखा जा रहा है, जिसको लेकर पुरे जिले भर मे जोरदार चर्चा अवैध वसूली की है |