अनूपपुर में पदस्थ पुलिस कर्मी का बेटा ही निकला रेत माफिया,आशू सिंह रेत माफियाओं का सरगना 

अनूपपुर - अनूपपुर जिले में इन दिनों एक तरफ़ा बोलबाला अगर किसी का है तो वो है खनन माफिया अनूपपुर जिला मुख्यालय के तिपान नदी में कन्या क्रीड़ा परिसर के पीछे और बगल में भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है और अब तक कई करोड़ों की रेत अवैध रूप से निकाली और बेंची जा चुकी है 

दुर्भाग्य जनक तो यह है की लगातार खबरे सामने आने के बाद भी जिम्मेदार जागने का नाम नहीं ले रहे है और अब तो यह लगने लगा है की जिले के खनिज विभाग की जिम्मेदारी स्वयं कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को ले लेनी चाहिए या तो खनिज विभाग के अमले को अपनी निगरानी में कार्यवाही के लिए कहा जाये चूँकि पूरा का पूरा खनिज अमला इन माफियाओं को संरक्षण दे रहा है ऐसा इसलिए है की जिला कलेक्टर खनिज विभाग का ऑफिस और अवैध रेत खदान की इतनी भी दूरी नहीं है की करोड़ों रूपये के अवैध उत्खनन और परिवहन हो जाए और विभाग को कानो कान खबर न हो ये असंभव है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खनिज माफिया और विभाग के बिच सांठगांठ है और इन्ही के संरक्षण में ये अवैध कारोबार फल फूल रहा है 

पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनूपपुर पुलिस का अभय दान भी इन खनिज माफियाओं को प्राप्त है जिसके चलते पुलिस भी कार्यवाही करती नहीं दिखाई देती तो दूसरी तरफ खबर यहाँ तक भी है की रात को गस्त करने वाली पुलिस टीम को भी खनिज माफिया हर गाड़ी का रोजाना पांच सौ रुपये चढ़ोत्तरी स्वरुप भेंट किया जाता है 

वही इस पूरे प्रकरण में एक नया मोड़ तब सामने आया जब अनूपपुर में पदस्थ एक पुलिस कर्मी का बेटा आशू सिंह इस रेत माफियाओं के सिंडिकेट का एक बड़ा सरगना है और आशू सिंह भी लगातार पिता के पुलिस विभाग में होने का नाजायज फायदा उठाते हुए रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन में जुटा हुआ है अब भला सोचिये किस पुलिस कर्मी की मजाल की सहकर्मी के बेटे के अवैध कारोबार को रोक सके