शहडोल संभाग का कबाड़ कर रहे है कबाड़ी गुड्डू अनीश, रहीम, मुन्ना,भूरा, कदीर ने सम्हाली कमान

शहडोल संभाग का कबाड़ कर रहे है कबाड़ी गुड्डू अनीश, रहीम, मुन्ना,भूरा, कदीर ने सम्हाली कमान
शहडोल। नाम कबाड़ी और काम करोड़ों का। ऐसा है यह करोड़ों के मुनाफे का कारोबार जो बिना किसी लाईसेंस या अनुमति के लाखों रुपये का टैक्स चुराकर किया जा रहा है। इस कारोबार पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है। इन दिनों धड़ल्ले से कबाडिय़ों का अवैध कारोबार चल रहा है। संभागीय मुख्यालय में गुड्डू, अनीश, मुन्ना सोनी, भूरा, पुरानी बस्ती कदीर के अलावा रहीम ने संभागीय मुख्यालय के साथ पाली, नौरोजाबाद में अपने पैर जमा लिए हैं, कबाड़ का कारोबार करने वाले शुरू-शुरू में एक-दो एजेंट रखकर शहर से कबाड़ कराके खरीदते हैं,बाद में इनके एजेंट बढ़ जाते हैं। कबाड़ी इनसे कम कीमत में कबाड़ का सामान खरीदकर थोक में मोटी रकम कमाते हैं।
बढ़ती जा रही कबाडिय़ों की संख्या
संभागीय मुख्यालय से कबाड़ बाहर रीसाइक्लिंग के लिए भेजा जाता है, वर्तमान में हर थाना क्षेत्रों में पुलिस की चौकियां बनी हुई है, जहां संदिग्ध सामग्री की जांच होती है, इसके अलावा अंतर्राज्जीय नाकों में एसएसटी द्वारा भी जांच केन्द्र खोला गया है, लेकिन कबाड़ कारोबारियों के वाहनों की जांच संभवत: इस दायरे में नहीं आते। इस धंधे में कोई टैक्स, कोई रोक-टोक न होने से कोई भी व्यक्ति कहीं भी कबाड़ की दुकान खोल लेता है। नियमानुसार कोई भी दुकान खोली जाती है तो, बाकायदा लाईसेंस लेना होता है, लेकिन बिना लाइसेंस व अनुमति के किए जाने वाले कबाड़ के व्यवसाय की शुरूआत बस एक स्टाक रजिस्टर से होती है। खरीदी-बिक्री किए गए सामान को दर्ज किया जाता है। उनके पास खरीदी-बिक्री की कोई रसीद भी नहीं होती है। इस फायदे को देखकर दिनोदिन कबाडिय़ों की संख्या बढ़ती जा रही है।
कब होगी ठोस कार्यवाही
देखा जाए तो कबाड़ व्यवसाय के लिए शासन ने कोई स्पष्ट नियम नहीं बनाए हैं। इसके लिए लाइसेंस जरूरी होता है,लेकिन न कोई लेता है न इस पर किसी का ध्यान जाता है। इसी का फायदा उठाकर करोड़ों का यह कारोबार अवैध रूप से खूब फल-फूल रहा है। शुद्व मुनाफा कमाकर गुड्डू, अनीश, मुन्ना सोनी, भूरा, पुरानी बस्ती कदीर के अलावा रहीम करोड़ों की संपत्ति के स्वामी बन रहे हैं। इस बारे में अधिकारियों के बीच इस कारोबार के बारे में चर्चा जरूर है, लेकिन ठोस कार्रवाई कब होगी, इस बारे में सभी मौन हैं।
कबाड़ में खूब बिकता है चोरी का सामान
कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल बाइक व अन्य चोरियों के सामानों को बेधडक़ खरीद रहे हैं, बीते वर्षाे में मुन्ना सोनी के ठीहे से वाहनों के कलपुर्जे जांच के दौरान मिले थे, लेकिन मामला कहा जाकर ठण्डा हुआ, यह अब किसी से छुपा नहीं है, बीते वर्षाे में गुड्डू, अनीश, मुन्ना सोनी, भूरा, पुरानी बस्ती कदीर, रहीम कार्यवाही के भय से अंडरग्राउण्ड हो गये थे, लेकिन एक बार फिर संभागीय मुख्यालय में इन्होंने अपना ठीहा पुराने तर्ज पर शुरू कर लिया है। कोतवाली सहित सोहागपुर थाना क्षेत्रों के बीट प्रभारियों को सबकुछ मालूम होने के बावजूद इन ठीहो पर कभी जाने की जहमत नही उठाई जाती।
कार्यवाही की मांग
चोरी का सामान अक्सर कबाडिय़ों के यहां बेचा जाता है, अक्सर भवन निर्माण में उपयोग होने वाली छड़ें, वाहनों के चक्के, लोहा, सोलर प्लेट, साईकिल,बाइक चोरी की घटनाएं होती रहती हैं। साईकिल चोरी होने पर अमूमन लोग थाने में रिर्पोट दर्ज नहीं कराते, क्योंकि पुलिस इसे छोटा मामला बताकर ध्यान नहीं देती। बाइक चोरी की रिर्पोट तो लिखी जाती है,लेकिन अक्सर ये वापस नहीं मिलती। इसका कारण यह है कि चोरी की साइकिल और बाइक के कलपुर्जे को अलग-अलग कर कबाड़ में बेच दिया जाता है। इसके अलावा इस धंधे में लोहे के सामान व घरेलू उपयोग के सामान सहित कई कीमती सामान पानी के मोल कबाड़ी अपने दलालों के माध्यम से खरीद कर करोड़ों कमाते हैं। स्थानीय लोगों ने कप्तान से मांग की है कि मुख्यालय में संचालित हो रहे अवैध ठीहो पर पुरानी तर्ज पर कार्यवाही कर ताला लगवाया जाये, जिससे क्षेत्र में हो रहे चोरी पर अंकुश लग सके।