देवहरा चौंकी के संरक्षण में रेत माफिया दे रहे रेत के अवैध कारोबार को अंजाम जाने कौन कौन कर रहे सुथना का चीरहरण 
अनूपपुर - इन दिनों देवहरा चौंकी माफियाओ की शरण स्थली बनी हुई है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रेत के अवैध कारोबारियों को देवहरा चौंकी का खुला संरक्षण मिला हुआ है जिसके चलते रेत माफिया सुथना नदी का चीरहरण बेखौफ तरीके से कर रहे है इन रेत माफियाओ में सबसे बड़ा नाम बाबा खान,वीर विक्रम सिंह,फूलचंद्र जायसवाल, लाला जायसवाल, अजीत श्रीवास्तव, सभी धिरौल पंचायत निवासी है मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत धिरौल के उप सरपंच प्रवीण सिंह इन रेत माफियाओ के साथ कंधे से कंधा मिला कर रेत के अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है और इसके पीछे देवहरा चौंकी का अहम योगदान बताया जा रहा है बाकायदा चौंकी की पुलिस इन रेत माफियाओ के लिए वरदान साबित हो रही है और लगातार ये रेत माफिया सुथना नदी का चीरहरण कर रहे है इसके पहले भी हमने सुथना नदी के हो रहे चीरहरण की खबर को प्रमुखता से छापा था पर न तो खनिज विभाग के  कानों में जूं रेंगी और न ही चचाई पुलिस के कानों में और इसी बात का फायदा उठाते हुए धिरौल के रेत माफिया लगातार सुथना नदी का चीरहरण कर रहे है,पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान साहब चाहें तो एक दिन में ही देवहरा चौंकी की सच्चाई सामने आ जाये और दूध का दूध और पानी का पानी होने में जरा सा वक्त नही लगे,साथ ही जिला पंचायत के सीईओ तन्मय वशिष्ट साहब जांच करवायें की ग्रामपंचायत धिरौल में विगत 3 वर्षों में निर्माण कार्यों में उपयोग की गई रेत के जो बिल भुगतान हुए है उनकी रॉयल्टी कहाँ जमा हुई और सभी रेत के हुए भुगतानो की जांच की जानी चाहिये कि आखिर ये भुगतान किसको किये गये चूंकि सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबि रेत के सभी भुगतान ग्राम पंचायत धिरौल के उपसरपंच प्रवीण सिंह के चहेतों को किये गये ,साथ ही संदीप पाल एवं रवि पाल को किये गए सभी भुगतानो की जांच बाकायदा जिला पंचायत से टीम गठित कर जांच करते हुए फर्जी बिलों के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने वाले और भुगतान करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए