गांव की सत्ता गांव वालों के हाथों में गोंडवाना का मुख्य उद्देश्य-अनिल धुर्वे जी-7 एस के फार्मूले के साथ गोंडवाना बिगाड़ रही सभी का समीकरण- राजन सिंह

गांव की सत्ता गांव वालों के हाथों में गोंडवाना का मुख्य उद्देश्य-अनिल धुर्वे
जी-7 एस के फार्मूले के साथ गोंडवाना बिगाड़ रही सभी का समीकरण
(राजन सिंह)
पुष्पराजगढ़। पुष्पराजगढ़ विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बीते 2018 के चुनाव में 19500 वोट पाकर पुष्पराजगढ़ के राजनीतिक पंडितों को चैंका दिया था। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में गोंडवाना की बढ़ती ताकत का एक कारण यह भी था कि 2018 के चुनाव में गोंडवाना को जयस में अपना समर्थन दिया था और इस बार 2023 के विधानसभा चुनाव में गोंडवाना के साथ बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन है। गोंडवाना ने 2023 के चुनाव में 2018 के प्रत्याशी अनिल धुर्वे पर एक बार फिर से विश्वास करते हुए मैदान में उतार दिया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी अनिल धुर्वे ने एक विशेष बातचीत में दावा करते हुए कहा कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा में शिक्षा, चिकित्सा, हर हाथ को कम और हर खेत को पानी की सख्त जरूरत है लेकिन दुर्भाग्य है कि इस क्षेत्र में जो भी जनप्रतिनिधि चुनाव जीत कर भोपाल पहुंच वह केवल अपने विकास कार्य में जुटा रहा क्षेत्र की जनता और उनको मूलभूत आवश्यकताओं को उपलब्ध कराने के लिए प्रयास नहीं किया यही कारण है कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा आज भी विकास के नाम पर पिछड़ा हुआ माना जाता है। 2018 में जयस अब 2023 में बहुजन समाज पार्टी में क्या अंतर है यह सवाल करने पर अनिल धुर्वे ने कहा कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी का जमीनी आधार बहुत ही मजबूत माना जाता है और बसपा के समर्थन के कारण इस बार पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में जनता की जीत होगी। वही अनिल धुर्वे का कहना था कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गांव की सत्ता गांव वालों के हाथ में का मुख्य उद्देश्य लेकर चुनाव लड़ रही है और उनकी पार्टी ने यहां से जीत जाने के बाद पुष्पराजगढ़ के विकास के लिए जी-7 एस का फार्मूला तैयार किया है जो पुष्पराजगढ़ के सर्वांगीण विकास में मुख्य भूमिका निभा सकता है। जी-7 एस के फार्मूले के बारे मे उन्होंने कहा कि शिक्षा, संस्कृत, स्वालंबन सुरक्षा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पुष्पराजगढ़ के विकास के लिए जी-7 एस का फार्मूला बनाया गया है और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इसके लिए जनता के बीच से जनता की आवाज बनकर संघर्ष कर रही है।