वॉटरशेड विकास कार्यों की कलेक्टर ने की विस्तृत समीक्षा जल संरचनाओं के सत्यापन के संबंध में दिए निर्देश लेमनग्रास की खेती करने वाले कृषकों को समग्र रुप से प्रशिक्षित करने के दिए निर्देश

वॉटरशेड विकास कार्यों की कलेक्टर ने की विस्तृत समीक्षा
जल संरचनाओं के सत्यापन के संबंध में दिए निर्देश
लेमनग्रास की खेती करने वाले कृषकों को समग्र रुप से प्रशिक्षित करने के दिए निर्देश
अनूपपुर I प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वॉटरशेड विकास के कार्यों की समीक्षा कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ द्वारा की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा, ग्रामीण विकास विभाग सहित कृषि, उद्यानिकी, आजीविका मिशन के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में वॉटरशेड विकास के तहत 229 खेत तालाब, 18 अमृत सरोवर, 201 गेबियन कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने वॉटरशेड विकास के लिए किए गए जल संरचनाओं के स्थल तथा कार्यों को प्राक्कलन के अनुसार कार्यों के सत्यापन के निर्देश दिए गए। उन्होंने परम्परागत खेती से हटकर किसानों को आर्थिक रूप से सषक्त बनाए जाने के लिए वॉटरशेड विकास के तहत 42 स्थलों पर लेमनग्रास औषधीय खेती के तहत किए जा रहे लेमनग्रास पौधरोपण कार्य के प्रगति की जानकारी ली तथा चयनित किसानों को समग्र रूप से प्रशिक्षित किए जाने के संबंध में निर्देश दिए गए। बैठक में वॉटरशेड विकास के तहत वृक्षारोपण, कस्टम हायरिंग सेन्टर, ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सेट उद्यानिकी विभाग के अभिशरण से 152 किसानों को प्रदाय करने तथा 225 कृषकों को कोदो बीज के वितरण तथा 18 अमृत सरोवर व 175 निजि भूमि में निर्मित किए गए खेत तालाब में मत्स्य पालन की गतिविधि की विस्तृत समीक्षा करते हुए कार्यों की सघन मॉनीटरिंग के संबंध में निर्देश दिए गए। उन्होंने समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को कस्टम हायरिंग सेन्टर के कार्य को तय समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत आजीविका गतिविधियों के अंतर्गत पुराने समूहों को प्राथमिकता देने तथा सीएलएफ को जारी राशि का सही उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में आजीविका मिषन के हितग्राहीमूलक गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने आजीविका मिशन के अधिकारियों को गतिविधियों के संबंध में समय-सीमा वार कार्ययोजना बनाकर कार्यों के क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने बैठक के दौरान निर्देश दिए कि साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में आजीविका गतिविधियों के अंतर्विभागीय समन्वय हेतु चर्चा की जाए, जिससे कार्यों की पूर्णता समय पर सुनिश्चित हो सके।