माँ नर्मदा फ्लाईऐश ट्रांसपोर्ट ऑनर एशोसिएशन अनूपपुर ने मोजर वेयर का गेट किया बंद,प्रबंधन की हठधर्मिता से प्रताड़ित मोटर मालिक पहुंचे कंपनी के गेट पर 
अनूपपुर - जिला मुख्यालय के जैतहरी स्थित मोजर वेयर पावर प्लांट की हठधर्मिता से नाराज माँ नर्मदा फ्लाईऐश ट्रांसपोर्ट ऑनर एशोसिएशन अनूपपुर ने आज मोजर वेयर के गेट के सामने धरने पर बैठ गये है और पूरी सड़क जाम कर दी है इनका कहना है कि दिन भर नो एंट्री की वजह से गाड़िया खड़ी रहती है और जब रात को गाड़ी सड़क पर चलती है तो ट्रक अगर 30 की स्पीड लिमिट को क्रॉस करती है तो कंपनी के द्वारा दो हजार रुपये की पेनाल्टी की जाती है जो व्यक्ति साठ से सत्तर लाख की गाड़िया लेकर रोजगार करने आया है पहले तो नो एंट्री की वजह से मारा जा रहा है तो दूसरी तरफ डस्ट परिवहन में लगी गाड़ियों के मालिक का मोजर वेयर कंपनी खून चूसने में आमादा नजर आ रही है ,दूसरी तरफ स्थानीय लोगों की जगह कंपनी बाहरी कंपनी की गाड़ियों को प्राथमिकता देती है जिसके चलते स्थानीय लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है,साथ ही डस्ट परिवहन में लगी गाड़ियों का नियमतः भुगतान हर महीने की दस तारिक तक भुगतान हो जाना चाहिए पर कंपनी के द्वारा लगातार भुगतान में लेट लतीफी की जाती है जिसकी वजह से लागातर मोटर मालिकों के ऊपर जहां क़िस्त जमा करने का दबाव बढ़ रहा है वही आर्थिक स्थिति भी बिगड़ रही है,दूसरी तरफ जिला प्रशासन की नो एंट्री भी सवालों के घेरे में है चूंकि नो एंट्री 16  घंटे की हो रही है जिसके चलते कई मोटर मालिक कंगाली की कगार पर पहुंच गये है जिला प्रशासन को नो एंट्री की कोई न कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए ताकि समय से मोटर मालिक अपनी गाड़ियां आराम से चला सके,अगर समय रहते कंपनी प्रबंधन और जिला प्रशासन नही जागा तो आने वाले में बड़ी विकट स्थित निर्मित हो सकती हैं,दूसरी तरफ प्रबंधन को राखड़ परिवहन के लिए समुचित व्यवस्था करनी चाहिए थी पर प्रबंधन सिर्फ और सिर्फ गाड़ियां गेट के बाहर हो जायें उसके बाद ओवर स्पीड में पेनाल्टी वसूलने के काम प्रबंधन करता है मोटर मालिक की समस्याओं से कोई लेना देना नही है चाहे प्लांट के बाहर जो स्थितियां उत्पन्न हो जायें, अगर समय रहते इस आंदोलन को जिला प्रशासन और प्रबंधन ने गंभीरता से नही लिया  और राखड़ का परिवहन रुक गया तो प्लांट को बंद करने की स्थित बनते देर नही लगेगी