प्रभारी प्रबंधक पर हितग्राहियों ने लगाया गंभीर आरोप-फिंगर लगवा कर विक्रेता नहीं दिया दो मांह का खाद्यान्न @ राजेश पयासी

जिला खाद्यअधिकारी एवं फ्रूड इंस्पेक्टर,प्रशासक,प्रभारी प्रबंधक,एवं  बेलगाम विक्रेता के चलते स्कूल में मध्यान भोजन ठप्प

अनूपपुर/केंद्र एवं प्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना राशन वितरण प्रणाली पर किस तरह से बट्टा लगाया गया है इसका जीता जागता उदाहरण अनूपपुर जिले के आदिम जाति सहकारी समिति कोठी क्षेत्र अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकान मझौली एवं खोडरी नंबर1 में देखने को मिल रहा है इस क्षेत्र के सैकड़ो हितग्राहियो ने बताया कि यहां का विक्रेता अनुराग पांडे हमेशा शराब के नशे में दुकान खोलने आता था और हितग्राहियों से बदसलूकी करता था साथ ही शासन के योजनाओं पर बट्टा लगा रहा था इसकी जानकारी जब प्रबंधक छबीले प्रसाद को दी जाती थी तो उन्होंने अनदेखी करते रहे इसी तरह प्रबंधक के शह पर विक्रेता ने लगभग 2 माह से  फिंगर लगवा लिया लेकिन खाद्यान्न नहीं दिया जिसके चलते क्षेत्र के लगभग 500 हितग्राही भुखमरी के कगार पर खड़े हैं, इस गंभीर समस्या की ओर प्रबंधक द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। गौरतलब है कि जिले के विकासखंड अनूपपुर अंतर्गत आदिम जाति सहकारी समिति कोठी कार्यक्षेत्र के खोडरी नंबर1एवं विकासखंड कोतमा के सहकारी समिति कोठी अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकान मझौली के हजारों हितग्राहियों को बिगत दो माह से खाद्यान्न नहीं दिया गया है। गौरतलब है कि केंद्र में प्रदेश सरकार पात्र हितग्राहियों के लिए एक से बढ़कर एक योजनाएं संचालित कर रही है विधानसभा क्षेत्र कोतमा के विधायक मध्य प्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्राम उद्योग राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल क्षेत्र के विकास एवं  हितग्राही मुलक योजनाओं के लिए लगातार प्रयाश्रत है लेकिन स्थानीय अधिकारी कर्मचारी अभी भी शासकीय योजनाओं पर पलीता लगाते हुए शासकीय सिस्टम को चौपट करने में लगे हैं। सूत्रों से जानकारी मिली है कि खोडरी नंबर एक एवं मझौली के विक्रेता अनुराग पांडे हितग्राहियों से फिंगर लगवा कर खाद्यान्न नहीं दिया है इतना ही नहीं उक्त दोनों दुकानों में सैकड़ो क्विंटल खाद्यान्न स्टॉक सार्ट बताया जा रहा है इस लापरवाही की ओर जिला खाद्य अधिकारी बीएस परिहार, आदिम जाति सहकारी समिति कोठी के प्रशासक डीके कुर्वेति, फूड इंस्पेक्टर सीमा सिनहा ,अलका पटेल, एवं प्रबंधक छबीले प्रसाद द्वारा बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया जिसके चलते विक्रेता अनुराग पांडे ने इतना बड़ा अपराध कर मामले को छिपाए बैठा रहा इतना ही नहीं खोडरी एवं मझौली की दुकान में किसी तरह से सूचना पटल पर स्टॉक एवं अन्य नियम का उल्लेख नहीं किया गया है। हितग्राहियों ने बताया कि विक्रेता अनुराग पांडे हमेशा शराब के नशे में यहां आकर खाद्यान्न का वितरण करता है इस गंभीर समस्या की जानकारी हम लोगों द्वारा जब स्थानीय प्रशासक एवं प्रबंधक को दी जाती है तो लगातार अनदेखी किया जा रहा था जिसके चलते आज हजारों हितग्राही शासन की महत्वाकांक्षी योजना खाद्यान्न वितरण से वंचित हैं 

बताया गया है कि कर्मचारियों द्वारा स्वसहायता समूह के लोगों से फिंगर लगवा कर स्टॉक घटा दिया गया है लेकिन मध्यान भोजन के लिए  समूह को चावल नहीं दिया गया जिसके चलते खोड़री नंबर एक के प्राथमिक विद्यालय एवं मझौली के स्कूल का मध्यान भोजन पूरी तरह से चौपट हो गया है ।सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस घटना की जानकारी जब प्रबंधक छबीले प्रसाद को लगी तो उन्होंने आनन फानन में खाद्यान्न वितरण मशीन एवं अन्य संसाधन एकत्र कर दुकान खुलवाकर खाद्यान्न वितरण करने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि हमें दो माह से खाद्यान्न प्राप्त नहीं हुआ है वह पूरा खाद्यान्न हमें दिया जाए अन्यथा दुकान बंद रहे प्रशासन इस लापरवाही का निर्णय करेगा तभी हम सब राशन लेंगे अन्यथा दो माह के खाद्यान्न को हम एक माह में लेकर कोरम पूरा नहीं करेंगे। बताया गया है कि खोडरी नंबर एक में बिगत 2 वर्ष पूर्व भी खाद्यान्न वितरण में भारी अनियमितता की गई थी जिसके चलते पूर्व कलेक्टर ने निगवानी के प्रबंधक दिनेश राव एवं विक्रेता रजनीश तिवारी को जेल भेज दिया था उसी खोडरी में पुनः फर्जीवाड़ा किया गया है सबसे बड़ी बात है कि मझौली एवं खोडरी में प्रबंधक के सह पर विक्रेता ने राशन वितरण का फिंगर लगवा कर खाद्यान्न ना देना एक बड़े अपराध को अंजाम देने के समान है इस ओर जिला खाद्य अधिकारी बीएस परिहार, फूड इंस्पेक्टर,अलका पटेल, सीमा सिंन्हा एवं प्रशासक डीके कुर्वेति एवं प्रबंधक छबीले प्रसाद चुप्पी साधे बैठे हैं।वही अनुराग पांडे गरीब हितग्राहियों के हक में डाका डालकर अपना जेब गर्म करते हुए एक ओर शासन को पलीता लगाया है वहीं दूसरी ओर  स्कूली बच्चों के थाली से मध्यान भोजन को छीन लिया है तहसील कोतमा क्षेत्र के ग्राम पंचायत खोडरी नंबर 1  एवं मझौली के हजारों हितग्राहियों ने जिले के न्याय प्रिय कलेक्टर हर्षल पंचोली, जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा से मांग किए हैं कि आदिम जाति सहकारी समिति कोठी के दोषी प्रबंधक विक्रेता व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली की जांच करा कर दोशीजनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए हम गरीबों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाय। सूत्रों से जानकारी मिली है कि खाद्य विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी एवं सहकारिता विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी मामले की लीपापोती कर प्रबंधक को बचाने में लगे हैं इस और शासन प्रशासन को विशेष ध्यान देना होगा।