अनूपपुर जिले में बनाते है फर्जी चेकबुक,अकील अहमद पर फर्जी चेक बना कर देने का आरोप,कहाँ बनते है फर्जी चेक बुक पुलिस को करना चाहिए गंभीरता से जांच 
अनूपपुर - अनूपपुर जिले में जालसाजों का बड़ा गिरोह सक्रिय बैंकों का फर्जी चेक प्रिंट करा कर लग रहे चुना                         अनूपपुर जिले में कुछ दिनों पहले नकली कागजात बनाकर बैंकों से लोन लेने की घटनाएं सुनाई पड़ी थी अब उसी कड़ी में एक नया मामला प्रकाश में आया है जो सनसनीखेज होने के साथ-साथ ठगो के हैरान कर देने वाले कारनामे की ओर इशारा कर रहा है इस संबंध में जहां बैंक ऑफ़ इंडिया ने इस बात से इनकार कर दिया है कि उक्त क्रमांक का चेक उसके बैंक द्वारा जारी किया गया चेक नहीं है इसके बाद यह तस्वीर साफ हो गई है कि अनूपपुर में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाला एक ऐसा गिरोह सक्रिय है फर्जी दस्तावेज तैयार करता और अब तो बैंकों का फर्जी चेक बनाकर आम लोगों को चूना लगा रहा हैl अनूपपुर  थाना कोतवाली में निर्भय शर्मा ने एक शिकायत देकर अकील अहमद पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि खाता क्रमांक-941616110010996 चेक क्रमांक-001062 को षडयंत्रपूर्वक कूटरचित कर प्रार्थी को दिया गया था जो बैंक ऑफ़ इंडिया ने इस आधार पर खारिज कर दिया कि उक्त चेक क्रमांक उनके बैंक का चेक नहीं है इसे कूट रचित तरीके से तैयार किया गया है इस संबंध में निर्भय सिंह शर्मा पिता स्व० रामशंकर शर्मा, अनूपपुर वार्ड २०- 10 का निवासी हूँ। पार्थी का अकील अहमद पिता स्व० फल्तन खान, निवासी वार्ड न0-09 विकलांग छात्रावास के पास अनूपपुर जिला अनूपपुर (म०प्र०) रो अच्छी जान पहचान थी और प्रार्थी से अकील अहमद ने कुछ समय पूर्व 47.850/- रूपये उधार स्वरूप लिया था। प्रार्थी के द्वारा जब अपने दी हुई राशि की मांग की गई तो अकील अहमद द्वारा अपने बैंक ऑफ इण्डिया शाखा अनूपपुर के खाता क्रमांक-941616110010006 का चेक क्रमांक-001062 दिनाक-04 ,12 ,2023 रूपये 47,050/- का चेक प्रार्थी को दिया गया जिसे प्रार्थी के द्वारा अपने यूनियन बैंक शाखा अनूपपुर के खाता क्रमांक-637802010014203 में दिनांक 05.12.2023 को अपने उक्त राशि के भुगतान बावत् पेश किया जिस पर प्राथी को यूनियन बैंक के द्वारा दिनांक-06:12 2023 को यह लिखकर Kindly contact drawer drawee bank and please present agran रिटर्न मेमो बैंक के साथ वापस किया गया। तब प्राथी दिनाक 07 12.2023 को बैंक ऑफ इण्डिया शाखा अनूपपुर में विधिवत् आवेदन प्रस्तुत करते हुए उक्त चेक एवं उस पर अंकित राशि के संबंध में जानकारी चाही तो बैंक ऑफ इण्डिया ने अपने रिटर्न मेमो में यह लिखा कि "आपके द्वारा प्रस्तुत चेक जिस पर बैंक ऑफ इण्डिया शाखा अनूपपुर लिखा हुआ है, प्रस्तुत चेक में दिया गया खाता क्रमांक 941616110010996 हमारी शाखा का नहीं है तथा प्रस्तुत चेक क्रमांक 001062 बैंक द्वारा जारी नहीं किया गया है।
 बैंक ऑफ़ इंडिया ने कहा हमारे बैंक का चेक नहीं
यह कि अकील अहमद यह जानते हुए कि उसके द्वारा दिये जाने बाला कथित चेक बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा जारी नहीं किया गया है फिर भी प्रार्थी को धोखा देने के उददेश्य से बेईमानीपूर्वक कूटरचना कर उक्त चेक दिया गया था जो गम्भीर अपराध की श्रेणी में आता है। प्राथी अपनी दी हुई राशि के उपयोग उपभोग से वचित हो गया है l                                                                          अकील खान का कहना है मैंने कोई चेक नहीं दिया       इस संबंध में जब अकील खान से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि उनके द्वारा निर्भय शर्मा को कोई चेक नहीं दिया गया है और निर्भय शर्मा जानबूझकर उन्हें फ़साने ने की कोशिश कर रहे हैं l
अब सवाल यह नही है कि अकील अहमद ने चेक दिया या नही सवाल यह है कि इतने बड़े बैंक का फर्जी चेक बना कहाँ से और कौन सा गिरोह अनूपपुर में सक्रिय है जो इस तरह से फर्जी दस्तावेज और बैंकों के फर्जी चेक बनाये जा रहे है  अनूपपुर पुलिस अधीक्षक को इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जितने लोग इस चेक प्रकरण से जुड़े है सब की ग्रिफ्तारी कर कड़ाई से पूंछतांछ कर इस बात का खुलासा करे कि आखिर ये चेक बनाया किसने और प्रिंट कहाँ से हुआ उक्त चेक चूंकि पता नही जिस जगह पर इस तरह के फर्जी चेक बनाये जा सकते है और कितने फर्जी दस्तावेज तैयार होते होंगे जो एक गंभीर मामला है और हो सकता है कि यह गिरोह सरकारी दस्तावेज भी फर्जी तैयार करते हो और उन दस्तावेजो का गलत स्तेमाल किया जा रहा हो