सट्टा का कारोबार खुले आम फल फूल रहा है

बदौसा में पान की गुमटी, गली मुहल्लों व यात्री प्रतीक्षालय में खुले आम सट्टा का खेल चल रहा है, सट्टे के लती युवक घरों से चारी करते हैं
रिपोर्ट अजय यादव बांदा
बदौसा कस्बे में नई बाजार में जगह जगह सटोरिया मोबाइल से सट्टा खिलाते हैं। पान की गुमटी, चाय की दुकान, शांती नगर बरछा(ब) में एक मकान में खुले आम सट्टा होता है। सट्टा मुम्बई से संचालित है, सट्टा माफिया बरछा ब के शान्ती नगर से चला रहा है, सट्टा ओपन क्लोज एक रुपये का नौ रुपया, जोड़ी एक का नब्बे रुपये बनाने के चक्कर में युवा लगे रहते हैं।
सट्टा तीन बार खुलता है, सुबह मुम्बई मोर्निंग, दोपहर में बाम्बे गोल्डन, साम को कल्याण बाम्बे खुलता है। सट्टा के कारोबारी प्राथमिक विद्यालय के सामने बरछा ब के तिराहे पर बने यात्री प्रतीक्षालय, शांति नगर बरछा (ब), पौहार रोड़ तिराहे व शिव मंदिर के सामने श्री पान की गुमटी पर खुले आम सट्टा चलता है। यहां मोबाइल लिए सटोरिया सट्टा लगवाते हैं। 
कस्बे में तीन माफिया हैं इन सभी सरदार शान्ती नगर बरछा (ब) में रहता है। किसकी मजाल है कि इनके ऊपर हांथ लगा सके, सट्टा के कारोबारियों  के हौसले बुलंद है। इनकी नीचे से ऊपर तक मजबूत सेटिंग है।