खनिज विभाग और माफियाओं की अवैध कारोबार में बराबर की हिस्सेदारी,विधायक,सांसद के गढ़ में सेंधमारी - विजय उरमलिया की कलम से

खनिज विभाग और माफियाओं की अवैध कारोबार में बराबर की हिस्सेदारी,विधायक,सांसद के गढ़ में सेंधमारी
अनूपपुर - अनूपपुर जिले में खनिज विभाग और खनन माफियाओं के बीच का गठजोड़ देखना हो तो भाजपा सांसद हिमाद्रि सिंह के गृहग्राम पुष्पराजगढ़,और कांग्रेसी विधायक फुंदेलाल सिंह के गृहग्राम में खनिज माफिया और जिले का खनिज विभाग गठजोड़ कर अवैध उत्खनन के कारोबार को विगत कई वर्षों से अंजाम दिये जा रहे है और सांसद विधायक दोनों इन पर रोक लगा पाने में पूरी तरह नाकमयाब है और इसका नतीजा ये है की जिले का खनिज विभाग और खनिज माफिया पुष्पराजगढ़ के बड़ी तुम्मी,बसही,परसेलकला,दोनिया,पमरा में मिल कर अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है ,हालत इतने बदतर हो चले है की अब तो खनिज विभाग ये साबित करता है की इसका नतीजा है की पूरे पुष्पराजगढ़ अंचल को दोनों मिल कर लूट रहे है ,खास तौर से खनिज विभाग जयप्रकाश शिवदसानी उर्फ़ जेठू सेठ के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही है और खास तौर से परसेलकला में जेठू सेठ के द्वारा जिस तरह से अवैध कारोबार को अंजाम दिया गया और शिकायत के बाद जांच करने पहुंची खनिज निरीक्षक और सर्वेयर अमित वर्मा ने जिस तरीके से जेठू सेठ को बचाने में जुटे रहे और पंचनामा लिखने में जिस तरह से जानबूझ कर अवैध खदानों की लंबाई गहराई चौड़ाई कम लिखी ये साबित करता है की खनिज विभाग मिल कर इन अवैध खदानों का संचालन जेठू सेठ के माध्यम से करवा रहा है ,वही बसही में ललन महराज उर्फ़ घनश्याम तिवारी ,और जेठू सेठ ने जिस तरीके से अवैध कारोबार का गढ़ बना रखा है उस पर रोक लगा पाना शायद यहाँ के सांसद और विधायक के बूते की बात नहीं रही
सांसद ,विधायक अंजान या इनका भी अभयदान
शहडोल लोकसभा से सांसद हिमाद्री सिंह जो की सत्ताधारी पार्टी की सांसद है शायद उनका बस उनके अपने गृहग्राम राजेंद्रग्राम में चलता दिखाई नहीं दे रहा ऐसा नहीं है की उनको यहाँ अवैध उत्खनन होने की जानकारी नहीं होगी पर कहीं न कहीं उनकी चुप्पी ये बताती है की या तो सांसद मैडम की भी जिले का खनिज अमला सुनता नहीं है या फिर इनकी भी मौन स्वीकृति है,वही कोंग्रेसी विधायक फुंदेलाल सिंह तो सत्तारूढ़ पार्टी पर सिर्फ और सिर्फ आरोप लगाते दिखाई देते रहते है जबकि इनके घर से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर जेठू सेठ ने अवैध माइनिंग का काला कारोबार फैला रखा है और विधायक महोदय इन सबसे अंजान बने हुए है या फिर इनकी भी मौन स्वीकृति जेठू सेठ और खनिज विभाग को है सूत्रों की माने तो इन सभी नेताओं को भी चुनावी फायदे के लिए इन माफियाओं की जरुरत पड़ती है जिसके चलते कोई भी बोलने को तैयार नहीं
कलेक्टर अनूपपुर कब देखेंगे इस गोरख धंधे को
जिला कलेक्टर आशीष वसिष्ट की निगाहें लगातार प्रशासनिक गतिविधियों में समलित सभी विभागों के कर्मचारियों पर पैनी नजर रखते दिखाई देते है पर पता नहीं क्यों इनकी नजर से अब तक खनिज विभाग और खनिज माफिया दूर क्यों है आखिर साहब की निगाहें कब इनके काळा कारोबार पर पड़ेंगी और साहब स्वयं टीम गठित कर इन जगहों की जाँच कराते हुए दूध और पानी का पानी करते हुए कड़ी कार्यवाही को अंजाम तक पहुंचाएंगे ये तो आने वाले समय में ही दिखाई देगा