अमरकंटक में मौसम हुआ सुहाना , भागवत कथा भक्तजन हुए रवाना , पंचकोषी वालो को भारी परेशानी ,, रिपोर्ट - श्रवण उपाध्याय अमरकंटक

अमरकंटक में मौसम हुआ सुहाना , भागवत कथा भक्तजन हुए रवाना , पंचकोषी वालो को भारी परेशानी
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में रात्रि में कम,सुबह से ज्यादा रिमझिम बारिश हो रही है । पंजाब के लुधियाना के विवेक धाम मंदिर की कथा वाचक माता स्वामी विवेक भारती जी महाराज ने कथा की और साप्ताहिक भागवत कथा का आज समापन हुआ , आज ही सभी भक्तजन हुए अपने गृहग्राम रवाना । शांति कुटी आश्रम के महंत स्वामी रामभुषण दास जी ने बताया की लुधियाना के संत श्री का आश्रम है उनके भक्तो ने मिलकर अलग अलग जगहों पर जाकर कथा करते है उसी तारतम्य में इस बार अमरकंटक को चुना और सभी ने खूब आनंद प्राप्त की । आज मौसम बारिश होने के कारण थोड़ा उम्र दराज भक्तो को हल्की परेशानी हुई पर सब आनंद में वापस हो रहे ।
हर वर्ष आने वाले पंचकोषी परिक्रमा करने वाले यात्री भी बारिश की वजह से हो रहे परेशान ll
पंचकोषी परिक्रमा में आए गोटेगांव , करेली , गाडरवारा , पिपरिया , साईंखेड़ा आदि अनेक जगहों से लोग दीपावली के बाद पूर्णिमा के समय आकर अमरकंटक के चारो तरफ के दार्शनिक स्थलों पर जाकर एक रात्रि विश्राम कर पूजन , भोग पश्चात आगे की ओर बढ़ जाते है । सबसे पहले नर्मदा उद्गम मंदिर जाकर पूजन अर्चन कर आगे पहले अमरकंटक के माई की बगिया से प्रारंभ कर धुनिपानी रुद्रगंगा , कपिलधारा , ज्वालेश्वर , दुर्गाधारा पंचधरा , उद्गम नर्मदा मंदिर पहुंच समाप्त करते है । आने के बाद माई नर्मदा को कढ़ाई चढ़ा कर यानी हलुआ का भोग लगाकर पूड़ी , सब्जी का भंडारा करते है उसके उपरांत अपने गंतव्य को जाने की तैयारी कर प्रस्थान कर जाते है । पंचकोशी भक्तजन अनेक जगह रुकते है , कई लोग तो मैदानी क्षेत्र में रुक जाते है , इस तरह के लोगो को बारिश के मौसम में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है ।
रात्रि से बारिश की वजह से पन्नी डाल कर तंबू बनाकर रहने को मजबूर है पंचकोसी करने वाले यात्री । इंदिरा पार्क , रामघाट , खेडिया धर्मशाला , रामबाई धर्मशाला आदि स्थानों पर आकर रुकते है । ये नर्मदा भक्तगण अमरकंटक पंचकोसी परिक्रमा हेतु कई पीढ़ी से पधारकर नर्मदा पंचकोसी करते आ रहे है ।