पाली नगर में निकली भगवान श्री जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा, बारिश में भीगते श्रद्धालुओं का नहीं टला उत्साह,,रिपोर्ट@राजकुमार गौतम उमरिया

पाली नगर में निकली भगवान श्री जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा, बारिश में भीगते श्रद्धालुओं का नहीं टला उत्साह
पाली - नगर में भगवान श्री जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा श्रद्धा और उल्लास के साथ निकाली गई। यह यात्रा नगर के प्रसिद्ध माता बिरासिनी मंदिर प्रांगण स्थित भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से प्रारंभ हुई, जो नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई पारंपरिक रूप से ‘मौसी के घर’ पहुँची।
बारिश की फुहारें भी श्रद्धालुओं के उत्साह को कम न कर सकीं। रथ यात्रा के दौरान हल्की बरसात होती रही, लेकिन श्रद्धालु भीगते हुए पूरे जोश और भक्ति के साथ भगवान का रथ खींचते रहे। भक्तों की आस्था और उत्साह देखते ही बन रहा था — “बरसते पानी में भी श्रद्धालु पीछे नहीं हटे, भीगते हुए खींचते रहे रथ और लगाते रहे जयकारे।”
इस धार्मिक आयोजन में नगरवासी बड़ी संख्या में शामिल हुए। भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की सुसज्जित प्रतिमाओं को रथ में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया गया। “जय श्री जगन्नाथ” के गगनभेदी नारों से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा।
इस अवसर पर पाली एसडीएम श्री अम्बिकेश प्रताप सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ नगर के अनेक जनप्रतिनिधि, व्यापारीगण एवं श्रद्धालु भी यात्रा में सम्मिलित हुए। रास्ते भर भक्तों ने जगह-जगह रथ का पुष्पवर्षा एवं आरती से स्वागत किया।
यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। नगर निरीक्षक एम.एल. मरावी स्वयं यात्रा मार्ग पर मौजूद रहे और पूरे समय व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनाए रखी। पुलिस बल की तैनाती और यातायात नियंत्रण की व्यवस्था से रथ यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हुई।
श्री जगन्नाथ रथ यात्रा की यह परंपरा वर्षों से नगर में चली आ रही है और हर वर्ष आषाढ़ मास में पूरे श्रद्धाभाव से आयोजित की जाती है। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ इस दिन अपनी मौसी के घर जाते हैं और कुछ दिन वहीं निवास करते हैं।
नगरवासियों ने यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु मंदिर समिति, प्रशासन और पुलिस विभाग का आभार व्यक्त किया।