भाजपा के लिए चुनावी दौर में आफत न बन जाए आती-जाति बिजली, किसानों पर दोहरी मार
अनूपपुर। जिलेवासियों को मानसून तो धोखा दे ही रहा है,अब बिजली की आवाजाही से जिलेवासी परेशान हैं। भादो के महीने में तीखी धूप और उमस वाली गर्मी ने हालत खराब कर रखी है। पावर कट लोड शेडिंग, फलक्चुएशन और बिजली के ट्रिप कर जाने की वजह से किसान व ग्रामीण जनता ज्यादा ही परेशान हैं। मामले में किसानों का कहना है कि गांव की बिजली और मानसून का एक सा ही हाल है। दोनों ही दगा दे रहे हैं। मानसून की बेरुखी की वजह से खेती किसानी ठप्प है। सिंचाई कार्य भी प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में पावरकट की वजह से सिचाई नही हो पा रही है। ऐसी स्तिथि में बाजार और दुकानों पर भी बुरा असर पड़ रहा है। पावर कट की वजह से शाम ढलते ही ग्रामीण क्षत्रों के दुकानदार की दुकानें बंद करने की मजबूरी हो जाती है। पावरकट के कारण उद्योग धंधों पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। पावर कट का असर जलापूर्ति योजना पर भी पड़ रहा है। बिजली की अनुपलब्धता के कारण जलापूर्ति भी प्रभावित हो रही है। नगरवासी जलापूर्ति नही होने के कारण भादो के इस मौसम में भी पेयजल के लिए परेशान हो जाते हैं। जबकि जिले में दो-दो पॉवर प्लांट हैं जहां बिजली का उत्पादन होता है इसके बाबजूद को नगरीय क्षेत्र को 16 से 18 घण्टे ही बिजली मिल पा रही है। वहीं ग्रामीण अंचलों में 10 से 12 घण्टे बिजली की आपूर्ति की रही है। वहीं किसी-किसी क्षेत्र में तो मात्र घण्टे भर ही मिल पा रही है। ग्रामीण किसी प्रकार मोबाइल व और जरूरी उपकरण को चार्ज कर अपना काम निकाल रहे हैं। मामले में बिजली विभाग के जिम्मेदार कहीं  ट्रांसफार्मर जलने के कारण ऐसी स्थिति निर्मित होने की बात कह उसे एक-दो दिन के अंदर सुधारने का जबाब देते हैं । चुनावी साल में आती-जाती बिजली कहीं भाजपा के लिए जिले में आफत न बन जाए।