अनूपपुर में गूज रहा मूल भाजपाइयों का नारा बिसाहू लाल को नहीं जीताना है दोबारा
कौन दे रहा गुट बाजी को हवा किसका मिल रहा संरक्षण
 
इन्ट्रो-भारतीय जनता पार्टी को संगठन में अनुशासन के नाम से जाना जाता है यही नहीं इस पार्टी की गत बड़ी कभी भी बंद कमरे से निकलकर सड़क तक नहीं आती और न हीं इस पार्टी के नेता विरोध में जिंदाबाद मुर्दाबाद का नारा लगाते हैं यह बात भले ही पूरे हिंदुस्तान में लागू होती हो लेकिन अनूपपुर में इस समय भाजपा के अनुशासन के चिथड़े रहे हैं और इसके लिए जो जिम्मेदार है वह जनता के बीच में भाजपा का गुणगान करने में लगे हैं। लेकिन वही इषारो ही इषारों में आयातित भाजपाईयों के कारण मूल भाजपाईयों का दर्द भी बयाकर रहे है।
अनूपपुर। अनूपपुर विधानसभा के चुनावी जंग में इस समय गुटबाजी अपनी चरम सीमा पर है अगर यह कहा जाए की भाजपा के रंग का भंग किया जा रहा है तो भी गलत नहीं है। वैसे देखा जाए तो अनूपपुर की भाजपा में जब से बिसाहू लाल ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में आए और फिर अनूपपुर से विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री बने तभी से आयातित भाजपाई और मूल भाजपाइयों की जंग छिड़ी हुई है। लेकिन उसे समय बिसाहू लाल के पास संगठन की सबसे बड़ी ताकत जिला अध्यक्ष का साथ था या यह कहा जाए की जिले की भाजपा में यह जुगल जोड़ी इस कदर हाबी थी कि बिना इनके मर्जी से संगठन या सत्ता में एक भी पत्ता नहीं हिलता था। लेकिन जैसे दिन के बाद रात होती है और अंधेरे के बाद प्रकाश वैसे ही यह जुगल जोड़ी का भी वर्चस्व समय से खत्म होने लगा जब भाजपा के पूर्व विधायक या यह कहा जाए की मूल भाजपाई रामलाल रौतेला को मध्य प्रदेश सरकार ने कॉल विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाकर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया रामलाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होने के बाद जहां बिसाहू लाल का ग्राफ धीरे-धीरे खत्म होने लगा वही इसके पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी जिला अध्यक्ष को बदल दिया और बृजेश गौतम की जगह रामदास पुरी जिला अध्यक्ष बन गए। विधानसभा चुनाव के पहले यह ऐसी दो घटनाएं घटित हुई की 3 वर्षों से कोने में प्रताड़ित होकर पड़ा भाजपाई सड़क पर निकलकर सड़कों पर नारा लगा देता है कि अनूपपुर का एक ही लाल रामलाल-रामलाल इस नारे का शोर अनूपपुर की सड़कों पर गूंजने के बाद वर्तमान भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश सरकार के मंत्री अपने घर और भोपाल में अपने कुछ सलाहकारों के बीच कैद होकर रह गए और यह पहली बार लग रहा था कि अनूपपुर का मूल भाजपाई जाग उठा है और अब आयातित भाजपाइयों के दिन बहुत दिनों तक भाजपा में अपनी चमक नहीं बिखेर पाएंगे।
पहले जिला कार्यालय अब हर बूथ पर लग रहा नारा
अभी कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के मूल कार्यकर्ताओं ने सैकड़ो की संख्या में प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम महाजन के सामने वर्तमान भाजपा प्रत्याशी को टिकट देने के सवाल पर जमकर नारेबाजी की थी। यही नहीं जिला अध्यक्ष के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक ज्ञापन भी दिया गया था जिसमें साफ-साफ आयातित भाजपाइयों के द्वारा भाजपा के मूल भाजपाइयों को प्रताड़ित और उनके सम्मान से खिलवाड़ करने की बातें उल्लिखित की गई थी। लेकिन अब जिला कार्यालय पर पहुंचकर नारा लगाने वाले भाजपा के मूल कार्यकर्ता हर बूथ पर नारा लगा रहे हैं और उनका यह नारा इस समय अनूपपुर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। ‘‘मूल भाजपाइयों ने ललकारा है बिसाहू लाल को नहीं जिताना दोबारा है।’’ का नारा इस समय भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता को भी अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है।
लाख टके  का सवाल कौन दे रहा हवा कौन दे रहा संरक्षण
भाजपा जैसी अनुशासित पार्टी में जिला कार्यालय के सामने हुई नारे बाजी के बाद भी इनके ऊपर अभी तक किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई भाजपा जिला अध्यक्ष के भाई ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली, तो वहीं भाजपा जिला उपाध्यक्ष राम अवध सिंह का भाई खुलेआम कांग्रेस का झंडा बैनर उठाकर प्रचार प्रसार कर रहा है  स अनूपपुर विधानसभा के कई जिला स्तर के जिम्मेदार पदाधिकारी चुनाव प्रचार से दूर है तो मंडल सेक्टर और बूथ पन्ना प्रभारी नारेबाजी में जुटे हुए हैं स वहीं सूत्रों की माने तो इन सब के पीछे भाजपा प्रत्याशी का चुनावी मैनेजमेंट संभाल रहे बड़े पदाधिकारी जिम्मेदार हैं तो संगठन में खत्म हो रहे अनुशासन और इस प्रकार हो रही भाजपा प्रत्याशी के खिलफ नारेबाजी के लिए अनूपपुर के कुछ बड़े नेता जिम्मेदार हैं जो भाजपा प्रत्याशी के विरोधी माने जाते हैंस फिलहाल चुनाव का समय है और चुनाव के वक्त इस प्रकार की गुटबाजी और नारेबाजी भाजपा के लिए भारी पड़ सकती है इस बात की संभावना राजनीतिक विश्लेषक जता रहे हैं।