सीतामढ़ी के सच्चिदानंद मिश्र भारत यात्रा के दौरान पहुंचे अमरकंटक सद्भावना भाईचारा अमन चैन शांति का संदेश दे रहे है यात्रा के दौरान- @ धनजय तिवारी की रिपोर्ट

सीतामढ़ी के सच्चिदानंद मिश्र भारत यात्रा के दौरान पहुंचे अमरकंटक
सद्भावना भाईचारा अमन चैन शांति का संदेश दे रहे है यात्रा के दौरान
अमरकंटक। अमरकंटक पहुंचा बिहार के सीतामढ़ी से 23 वर्षी भारत यात्रा पर निकला सच्चिदानंद माता सच्चिदानंद की यात्रा 13 दिसंबर से शुरू हुई थी सीता जी की पावन जन्मस्थली बिहार के सीतामढ़ी निवासी 23 वर्षीय युवक सच्चिदानंद मिश्रा विगत 13 दिसंबर को अपने घर से भारत दर्शन यात्रा पर निकले हैं उनकी यह यात्रा आपसी सौहार्द और भाईचारा बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है श्री मिश्र छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से होते हुए आज दिनांक 19 दिसंबर 23 को मध्य प्रदेश सीमा अंतर्गत पतित पावनी मां नर्मदा की उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचे उन्होंने मां नर्मदा जी का पूजन अर्चन दर्शन किया तथा अपनी आगामी यात्रा की कुशल कामना हेतु मां नर्मदा जी से प्रार्थना की श्री मिश्र ने बताया कि वह बीकॉम तक शिक्षा ली है पिताजी पूरोहित्ताई करते हैं वह एक सीए के अंडर जॉब करते थे उन्हें भारत भ्रमण यात्रा का मन में आया तो निकल पड़े हैं वह यह यात्रा जन सहयोग से कर रहे हैं। उनके मार्ग से निकलने वाले वाहनों से लिफ्ट लेकर आगे बढ़ते हैं यात्रा का उद्देश्य सद्भावना भाईचारा अमन चैन शांति हो इसका संदेश जगह-जगह देते हैं। सच्चिदानंद मिश्र ने हमें बताया कि वह बिहार के सीतामढ़ी से गया धनबाद रांची रंडी अंबिकापुर होते हुए अनूपपुर जिला और अब अमरकंटक पहुंचे हैं अब तक उन्होंने बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों का की यात्रा की है आगे की यात्रा उज्जैन ग्वालियर होते हुए गुजरात और महाराष्ट्र के साथ भारत के अन्य राज्यों में भी जाना है अपने साथ खाने का सामान और कहीं भी रुकने के लिए टेंट लेकर के चल रहे हैं अब तक उनकी इस यात्रा में कर ट्रक और बाइक स्वरों ने की मदद की है इस यात्रा के दौरान यह 50 से अधिक लोगों से मदद लेकर 1200 किलोमीटर की अधिक की यात्रा पूर्ण की है घुमना इनका शौक है और इस शौक को पूरा करने के लिए इन्होंने अपना काम छोड़कर पिता की आज्ञा से भारत भृमण पर निकल चुके हैं हम इनके यात्रा की सफल होने की शुभकामना देते हैं। श्री मिश्रा बिहार के सीतामढ़ी से झारखंड के धनबाद रायडीह अंबिकापुर बैकुंठपुर अनूपपुर होते हुए अमरकंटक पहुंचे हैं उनके पिता मनोज मिश्रा के सच्चिदानंद दूसरे नंबर की संतान है उनके तीन भाई हैं वह यहां से डिंडोरी होते हुए जबलपुर और उससे आगे ग्वालियर होकर उज्जैन जाएंगे तथा यहां से गुजरात व महाराष्ट्र जाने का आगे का कार्यक्रम है यह यात्रा कितने दिनों की होगी पर समय बताने से इनकार किया इसके पहले वह केदारनाथ अमरनाथ की यात्रा कर चुके हैं श्री मिश्रा सी ए के साथ रहकर जॉब करते थे उन्होंने आगे बताया कि झारखंड में अब भी सड़कों की हालत ठीक नहीं है अमरकंटक नगर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा।