ग्राम पंचायत रिमार में भ्रष्टाचार की बह रही है, गंगा जिस प्रोजेक्ट पर नजर डाले, वहीं है करप्शन का अंबार,,रिपोर्टर @दीपक कुमार गर्ग 

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के अंतर्गत जनपद पंचायत जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत रिमार भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है. यहां बड़े पैमाने पर सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला सामने आया हैं मुख्यमंत्री के रैली कार्यक्रम के लगे फर्जी बिल ग्राम पंचायत रिमार में 'भ्रष्टाचार की गंगा' बह रही है, जहां भी नजर डाले, वहीं है भ्रष्टाचार  का अंबार
हमारे देश में बड़े घोटालों पर अक्सर चर्चा होती है, लेकिन गांवों में ग्राम पंचायत स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार पर किसी का ध्यान नहीं जाता. ग्राम पंचायतों की योजनाओं में बड़ी संख्या में घोटाले होते हैं, जिनकी न तो सही जांच होती है और न ही जिम्मेदारों पर कार्रवाई ही होती है.जनपद पंचायत जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत रिमार में सरकारी धन के दुरुपयोग का एक  मामला सामने आया हैं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सूबे के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 9 जून  को जिले के ब्यौहारी में कोल जनजाति का सम्मेलन वा रैली कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमें ग्राम पंचायत रिमार के जिम्मेदार सरपंच सचिव  यहां लगभग 46 हजार रुपये का फर्जी बिल  लगा कर शासकीय राशि का आहरण कर लिए है  ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत रिमार से सिर्फ 2 छोटी वाहन रैली में गए थे जिसमें लगभग 10 से 15 लोग ही रैली कार्यक्रम में शामिल होने गए थे लेकिन पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव ने अपनी जेब भरने के लिए 400 लंच पैकेट और 500 पानी बाटल का भुगतान कर लिए है अब सवाल यह उठता है कि जब दो बोलेरो वाहन ही रैली में गए तो फिर इतनी ज्यादा लंच पैकेट और पानी बाटल कौन खाया पिया इसमें साफ जाहिर हो रहा है कि जिम्मेदारों के द्वारा अपनी जेब गर्म करने के लिए फर्जी बिल लगा कर शासकीय राशि का आहरण किया गया है अब देखने वाली बात होगी कि खबर प्रकाशन के बाद जनपद में बैठे जिम्मेदार अधिकारी जांच कर कार्यवाही करते हैं या फिर मामला लेन देन में सिमट जाएगी