रक्सा सचिव सीताराम पनिका फर्जी बिलो से सरकारी खजाने को लूटने में आमादा पटेल टेडर्स,परस्ते टेडर्स,जैसे अन्य कई फर्जी बिलों से राशि का आहरण - विजय उरमलिया की कलम से

रक्सा सचिव सीताराम पनिका फर्जी बिलो से सरकारी खजाने को लूटने में आमादा पटेल टेडर्स,परस्ते टेडर्स,जैसे अन्य कई फर्जी बिलों से राशि का आहरण
अनूपपुर - अब भृष्टाचार रोक पाना शायद जिला प्रशासन के जिम्मेदारों के बूते की बात नही और हम ऐसा इसलिए कह रहे है चूंकि लगातार भृष्टाचार की खबरें प्रकाशित होने के बावजूद भी जिला पंचायत के जिम्मेदार कुम्भकर्णीय निद्रा में सोते दिख रहे है और पंचायते लगातार सरकारी खजाने को लूटने में आमादा है और पंचायतों में विराजमान मठाधीश सचिव इन अधिकारियों को ठेंगा दिखा रहे है और लगातार अपने मन माफिक सरकारी खजाने को घुन की तरह खोखला कर रहे है
दरसल ग्रामपंचायत रक्सा में पदस्थ सचिव अपने कुछ खास वेंडरों को इसी काम पर लगा रखा है जिनके फर्जी बिल लगा कर राशि उनके खाते में ट्रांसफर करते हुए बाद में निकासी कर बिल मालिक को उसका कमीशन दे कर बांकी का पैसा सचिव महोदय डकार जाते है
अब रक्सा पंचायत का कारनामा देखिये परस्ते टेडर्स जिसका संचालन रक्सा में बताया गया है बिलों में जब हमने रक्सा पहुँच कर इस फर्म को तलाश किया तो पता चला यह फर्म केवल कागजों में संचालित है और इन महोदय के फर्जी बिल लगा कर इनके खाते में राशि ट्रांसफर की जाती है बिल क्रमांक 03 जिसमे दो ट्रॉली ईंट खरीदी गई कुल ईंट चार हजार दो हजार ईंटो की कीमत 6 हजार है तो चार हजार ईंटो का कुल भुगतान 12 हजार होना चाहिए पर इस पंचायत के सचिव ने सबसे पहले तो फर्जी बिल लगा कर राशि का आहरण करता है उसमें भी सामग्री की कीमत से अधिक नही डबल 24 हजार का भुगतान महज चार हजार ईंटो का कर दिया दूसरे बिल में इसी परस्ते टेडर्स को लगभग 15 हजार का सीमेंट के नाम पर फर्जी भुगतान तो दूसरी तरफ पटेल टेडर्स फुनगा के बिल क्रमांक 005 पर डस्ट और पंचायत मरम्त कार्य हेतु सामग्री के नाम पर 15 हजार का फर्जी भुगतान किया गया आखिर पंचायत मरम्मत के लिये कौन सी और कितनी सामग्री खरीदी ये तो साहब बताना भूल गए और जब सब फर्जी होता है तो अक्सर फर्जीवाड़ा करने वाले कुछ न कुछ गलतियां करते है ये महज दो टेडर्स नही है रक्सा में ऐसी कई फर्मे है जिनको भुगतान होता है और ये फर्मे सिर्फ और सिर्फ कागजों में संचालित है
और भी खुलासे इन सचिव महोदय के है पर अभी गेंद जिला पंचायत के पाले में है देखना लाजमी होगा क्या कार्यवाही होती है