अमरकंटक में चल रहे विकास कार्य के ठेकेदारो द्वारा लगाये गये विद्युत पोल गिरने शुरू,भृष्टाचार की पहली तस्वीरें

अमरकंटक । मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक प्रदेश के प्रमुख पर्यटन व धार्मिक तीर्थ स्थल है । इन दिनों यहां वर्षों से चल रहे प्रसाद योजना के तहत मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के ठेकेदारो द्वारा घटिया अमानक स्तर का  विकास कार्य किया जा रहा है जो की अब दिखने भी लग गया है घटिया कार्य ।
नगर परिषद अमरकंटक के मुख्य गेट पास वार्ड क्रमांक 12 लोक निर्माण विभाग,उच्च विश्रामगृह के पीछे नगर परिषद कार्यालय सामने पर्यटन विकास निगम के ठेकेदारो  द्वारा विकास कार्य के तहत लोहे का विद्युत पोल (खंभा) लगाया गया था जो वह गत दिवस दोपहर में बिना किसी आंधी तूफान के अपने आप जमीन पर गिरकर धराशाई हो गया । उक्त विद्युत खंभा जमीन के अंदर मात्र आधा फुट / छ: इंच ही  गड्ढा के अंदर गड़ा हुआ था और साथ ही 6 इंच का सीमेंट से चारों तरफ चबूतरा सा बनाया गया था । संयोग इतना अच्छा था  कि पोल गिरते वक्त वहां पर कोई व्यक्ति या वाहन नहीं आ या जा रहा था , अन्यथा कोई गंभीर दुर्घटना हो सकती थी । यहां पर विद्युत खंभा लगाये लगभग एक माह ही हुआ होगा और वह गिरकर जमीन में धराशाई हो रहे है । उक्त विकास कार्य के प्रभारी उपयंत्री राजेंद्र शर्मा से धनंजय तिवारी ने इस संबंध में बात की गई और पूंछा गया की विद्युत खंभा कितने गहराई में गड्ढा करके गाड़ा जाना चाहिए , तो उन्होंने बताया कि विद्युत खंभा को कम से कम 1 मीटर गड्ढा  कर  गाड़ा जाना चाहिए । यह गंभीर त्रुटि है सभी की जांच करवाई जाना चाहिए । 
उल्लेखनीय है कि इसी तरह इंद्र दमन तालाब के विकास कार्य में लगाए गए सौंदर्यीकरण के तहत विद्युत खंभा भी अचानक गिरकर मार्ग को अवरुद्ध कर रहे थे । इससे पता चलता है कि जो अमरकंटक के विकास कार्य हो रहे है वह ठेकेदारों की मनमानी का नतीजा ही है । 
गौरतलब है कि पवित्र नगरी अमरकंटक में विभिन्न योजनाओं के तहत विकास कार्य , सौंदर्यीकरण के कार्य करोड़ों रुपए की लागत से कराये जा रहे हैं लेकिन इस तरह के घटिया गुणवत्ताहीन कार्य से उनकी कलई खुल जा रही है । 
स्थानीय नगर परिषद अमरकंटक जिला प्रशासन अनूपपुर तथा मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम से अमरकंटक के  जनप्रतिनिधियों ने अपेक्षा व्यक्त की है कि कोई भी विकास कार्य हो उसे अच्छे मानक स्तर से कार्य कराया जाए ताकि भविष्य में किसी अप्रिय स्थितियों से बचा जा सके ।