छत्तीसगढ़ में ईडी  का फिर  धमालए शराबएउगाहीएट्रांसपोर्ट और कई कारोबार का हिसाब.किताब डायरी मेंएअब एक आईएएस  पर भी कसता शिकंजा

रायपुर भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम ने छत्तीसगढ़ में खासा रंग दिखाया है। राज्य में पहली बार दर्जनों आइएएस  और आईपीएस  अधिकारीयों के काले कारनामो का खुलासा हो रहा है। प्रदेश में ईडी ने शराबएहोटलएरियल स्टेटएसरकारी ठेके और सप्लाई से जुड़े कारोबारियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। 

सूत्र बताते है कि एक अफसर के ठिकानो से रेड में बड़ी महत्वपूर्ण डायरी एजेंसियों के हाथ लगी है। बताते है कि डायरी से मुख्यमंत्री बघेल और उनकी सरकार की मुसीबत बढ़ सकती है। सूत्रों की मानें तो डायरी में ईडी  को कई ऐसे तथ्य मिले हैंएजिससे पता पड़ता है कि माफियाओं और कारोबारियों के जरिए सुनियोजित वसूली हो रही थी। कई विभागों से इकट्ठा होने वाली रकम हवाला के जरिए कई ठिकानो तक पहुंचाई जाती थी।

सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में आज ईडी को छापेमारी में हाथ लगी डायरीएराज्य में एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की ओर इशारा कर रही है। सूत्र बताते है कि इसके पूर्व प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में कोयला माफिया सूर्यकांत तिवारी के ठिकानो से जब्त एक डायरी ने कोहराम मचा दिया था। इसका खामियाजा अब तक ट्रांसपोर्टएरियल स्टेट और कई उद्योग धंधो से जुड़े कारोबारी भोग रहे हैएउनके ठिकानो पर कभी जीएसटी  तो कभी ईडी  की छापेमारी हो रही हैं।

बताते है कि इस डायरी का कहर अभी ख़त्म ही नहीं हुआ की हालिया छापेमारी में बरामदएयह डायरीएराजनेताओ और नौकरशाहों के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो सकती है। जबकि एजेंसियां इस डायरी में दर्ज प्रत्येक हिसाब.किताब को कामयाबी के रूप में देख रही है।बताते है कि इस डायरी ने ईडी  के तथ्यों को प्रमाणिकताएप्रदान कर दी है।

बताया जाता है कि अनिल टुटेजा के अलावा मुख्यमंत्री बघेल के एक अन्य खास एसीएस  स्तर के अधिकारी पर ईडी  का शिकंजा कस सकता है। बताते है कि अपने प्रभार वाले विभागों में सीधे कमीशनखोरी के मामले में अभियुक्त समीर विश्नोई ने इस अधिकारी को लपेटे में लिया था। फिलहाल श्डायरीश् में दर्ज इबारतों और लेन.देन के ब्योरे को लेकर ईडी  ने तहकीकात शुरू कर दी है।