आजीविका उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने एक सरहानीय पहल है आजीविका मेला आजीविका मेला में ग्रामीण महिलाओं के व्यावसायिक कौशल को सभी ने सराहा

आजीविका उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने एक सरहानीय पहल है आजीविका मेला
आजीविका मेला में ग्रामीण महिलाओं के व्यावसायिक कौशल को सभी ने सराहा
अनूपपुर। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत स्व सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री हेतु जिला प्रशासन द्वारा आयोजित आजीविका मेला में ग्रामीण परिवेश की महिलाओं के व्यावसायिक कौशल, परंपरागत हुनर व स्वावलंबन की जिजीविषा ने सभी को प्रभावित किया है। घर गृहस्थी के कार्यों को अपनी सर्वोच्च वरीयता में रखकर अपना सर्वस्व समर्पित करने वाली ग्रामीण महिला जब अपने स्वयं के बनाये हुये उत्पादों को बाजार में बेचने के लिये उतरती है तो उनकी व्यावसायिक हुनर का लोहा सभी को मानना ही पड़ता है। कुछ ऐसा ही साबित किया है मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला अनूपपुर की बहनों ने। आजीविका मेला में समूहों के द्वारा बनाये गए विविध उत्पाद आमजन के लिए न सिर्फ आकर्षण का विषय रहे बल्कि सभी ने जमकर खरीददारी भी की। घरेलू उपयोग की वस्तुओं के साथ साथ रसोई का जायका बढ़ाने के लिये विभिन्न तरह के मसालों के साथ नमकीन, बड़ी, पापड़, अचार, रेडीमेड गारमेंट्स, घरेलू साज सज्जा की वस्तुयें, साबुन, हैंडवाश, डिशवाश, वाशिंग पावडर, टॉयलेट क्लीनर, फिनायल, झाड़ू, चटाई , स्वादिष्ट गुड़ चिक्की, बेसन एवं तिल के लड्डू, लोक कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करती गोंडी चित्रकला एवं बीजापुरी काष्ठ शिल्प मन को मोहने वाले बांस शिल्प, लौह शिल्प। इतना ही नहीं एक जिला एक उत्पाद, कोदो का प्रसंस्करण इकाई में तैयार आजीविका अमरकंटक कोदो, स्वादिष्ट कोदो कुकीज ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। आजीविका मेला का अवलोकन सम्माननीय जनप्रतिनिधियों माननीय रामलाल रौतेल, अध्यक्ष कोल विकास प्राधिकरण, रामदास पूरी, पूर्व उपाध्यक्ष, विंध्य विकास प्राधिकरण व जिलाध्यक्ष भाजपा के अलावा जिले के मुखिया, कलेक्टर आशीष वशिष्ठ एवं जिला पंचायत के सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा व एडीएम सी पी पटेल, एसडीएम जैतहरी श्रीमती अंजली द्विवेदी के साथ साथ अन्य विभाग प्रमुखों व इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के पत्रकारगणों द्वारा भी किया गया एवं मेला आयोजन की पहल को सराहा गया तथा इसे और बेहतर बनाने सभी ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। स्व सहायता समूह की बहनें इस पहल से सबसे ज्यादा खुश नजर आयीं क्योंकि इस तरह के आयोजनों से उनके द्वारा बनाये गये उत्पादों के लिये बाजार की उपलब्धता की एक नई राह बनती नजर आ रही है। आजीविका स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार किये जा रहे विभिन्न उत्पादों से आमजन को परिचित कराये जाने व बाजार उपलब्ध कराए जाने हेतु शासन की पहल पर जिला प्रशासन द्वारा पहली बार मेला आयोजित किया गया था। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के मार्गदर्शन में आजीविका मेला आयोजन हेतु जिला परियोजना प्रबंधक, आजीविका मिशन शशांक प्रताप सिंह, जिला प्रबंधक दशरथ झारिया, दीपक मोदनवाल, अंजू शुक्ला, दया दाहिया, वायपी नीरज दुबे, ब्लॉक प्रबंधक अश्विनी सिंह, दुर्गेश दहिया, कन्हैया पटेल, रजनीश सिंह सहायक ब्लॉक प्रबंधक विकास सिंह चंदेल, कोमल राठौर, सीमा पटेल, दिव्या सिंह बघेल, संध्या मिश्रा, गीतांजलि गुप्ता, अर्चि गुप्ता, लक्ष्मी गुप्ता, कमल सिंह पाव, कनीज फातिमा, संदीप शर्मा, सुरेश कारपेंटर, अनुराधा सोनवानी, रामपाल पांडेय, संजय बिस्वास, शैलेन्द्र सिंह व सहयोगी विभाग उद्यनिकी , कृषि , वन, मत्स्य पालन के साथ साथ नाबार्ड, सृजन संस्था व हार्ड संस्था के साथ साथ अपने उत्पादों के साथ मेले में उपस्थित समस्त जिले के विभिन्न स्व सहायता समूह सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।