रोजगार के मुद्दे पर ग्रामीण युवाओं ने भाजपा प्रत्याशी कोतमा को सुनाई खरी-खोटी
जनता के सवालों का नही था दिलीप जायसवाल के पास जबाव
अनूपपुर।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतदान तिथि नजदीक आते ही उम्मीदवार घर-घर पहुंच कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहें। अब ज्यादा दिन का समय नहीं बचा है, 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में सभी प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान जुटे हुए है, वहीं इस दौरान उम्मीदवारों को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसा ही कुछ नजारा अनूपपुर जिले की कोतमा विधानसभा में देखने को मिला। जहां प्रचार के लिए पहुंचे भाजपा उम्मीदवार को ग्रामीणों और किसानों का विरोध का सामना करना पड़ा। अनूपपुर के कोतमा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भाद में सोमवार की रात भाजपा उम्मीदवार दिलीप जैसवाल ग्रामीणों से वोट मांगने (जन सम्पर्क) करने गए जहां ग्रामीणों ने विरोध करते हुए चुनाव में वोट नहीं देने की बात कही। ग्रमीणों का कहना था कि रोजगार और विकास के काम नहीं हुए हैं, जिसे लेकर ग्रामीणों और युवाओं में में जमकर नाराजगी है। जिसे पर भाजपा उम्मीदवार को जमकर खरी खोटी सुनाई गई। नतीजतन उन्हें उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। युवाओं ने आरोप लगाया की 18 वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सरकार है और हर वर्ष हर पंचवर्षीय में वह रोजगार के वादे करते हैं, लेकिन आज तक गांव के एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला। ग्रामीणों में इस बात की भी नाराजगी है कि उनके गांव से कुछ दूर पर स्थित एसईसीएल की खदान है। जहां बाहरी लोग नौकरी कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों को एक भी नौकरी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जब किसान नौकरी के लिए लड़ रहा था। तब एक भी भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी नहीं पहुंचे। जब आप हमारा साथ नहीं दे रहे तो हम आपका साथ क्यों दें? द्य उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के सामने ही विरोध करते हुए कहा जब तक नौकरी नहीं मिलेगी। तब तक गांव के एक भी व्यक्ति भाजपा को वोट नहीं देगा।