फेंसिंग तार में करंट लगाने से मवेषी की मौत

फेंसिंग तार में करंट लगाने से मवेषी की मौत
कोतमा। ग्राम भाद में लालू केवट उम्र 60 वर्ष निवासरत भाद भर्रा टोला पुत्र भीम केवट वार्ड नंबर 6 के द्वारा बताया गया की शाम को मैं अपने बैल बाड़ी में चरा रहा था मेरा बाड़ी और भारत प्रजापति का बारी सटा हुआ है इसमें भारत उर्फ पटेल प्रजापति के द्वारा अपनी बॉडी में धान की खेती की गई है और उसके चारों तरफ जी आई तार की फेंसिंग कराई गई है जिसमें मवेशियों का आना जाना संभव नहीं है फिर भी पटेल प्रजापति के द्वारा जी आई तार में करंट बिछाकर बैल को करंट में फंसा दिया गया और बैल वही अपना दम तोड़ दिया बैल के स्वामी द्वारा बताया गया कि तुम तार में करंट लगाए हो उस वजह से मेरा बैल तार में फंस गया है तुम करंट निकालो तो तुरंत उसकी औरत के द्वारा करंट को निकाला गया तब तक में बैल की मृत्यु हो चुकी थी और सारा कहानी खत्म हो चुका था इतने में जब पटेल प्रजापति को पता चला तो आनन-फानन में गांव के वरिष्ठ लोग सरपंच और पंच और कुछ सफेदपोश नेताओं के द्वारा आनन-फानन में समझौता करा दिया गया लेकिन बैल के मालिक द्वारा कहां गया कि अब मेरा बैल तो मर चुका क्या दोबारा इसका जीवन वापस आ सकता है इसी से अगर कोई जंगली जानवर शेर चीता हिरण आदि की मृत्यु हुई होती तो क्या समझौता गांव में हो जाता यह प्रश्न चिन्ह उठा रहा है बैल के मर जाने में कि आखिरकार क्या बैल की मृत्यु इतनी सहज है कि इस मौत को अनदेखा किया जा सकता है नहीं ऐसा जघन्य अपराध है जिसने भी यह कृत्य किया है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसा पुनरावृति कोई करने का दुस्साहस न कर सके यथा उचित बैल के मालिक को न्याय मिले एवं जिसने भी यह कृत्य किया है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में यह पुनरावृत्ति दोबारा ना कर सके उक्त पूरे घटना की जानकारी गांव के ही उदित मिश्रा द्वारा दिया गया।