महिला एवं बाल विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सतत् भ्रमण कर मॉनीटरिंग जरूरी-कलेक्टर सीडीपीओ, सुपरवाईजर की बैठक लेकर कलेक्टर ने की योजनाओं की समीक्षा

महिला एवं बाल विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सतत् भ्रमण कर मॉनीटरिंग जरूरी-कलेक्टर
सीडीपीओ, सुपरवाईजर की बैठक लेकर कलेक्टर ने की योजनाओं की समीक्षा
व्यवस्थाओं में सुधार तथा निगरानी तंत्र को मजबूत बनाने के दिए निर्देश
पूरक पोषण आहार वितरण वाहनों में जीपीएस लगाए जाने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
अनूपपुर / महिला एवं बाल विकास की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर योजनाओं के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के लिए विशेष प्रयास सुनिश्चित किए जांए। जिससे शासन की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को समय पर प्राप्त हो सके। उक्ताशय के निर्देश कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की विस्तृत समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा, महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद परस्ते, जिले के चारों विकासखण्डों के सीडीपीओ तथा सुपरवाईजर उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड अंतर्गत विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मेहनत करने की जरूरत बताते हुए दूरांचल के क्षेत्रों में सतत् भ्रमण कर व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय से योजनाओं को क्रियान्वित किया जाए। बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत प्रथम एवं द्वितीय प्रसव वाली माताओं के पंजीयन की जांच तथा योजना के सत्यापन के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा सीडीपीओ को आगामी 4 दिवस में रेण्डम आंगनबाड़ी केन्द्रों का सत्यापन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि सुपरवाईजर भी अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी का सत्यापन सुनिश्चित करें। बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के योजनागत प्रदर्शन की मॉनीटरिंग के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने पुष्पराजगढ़ के दूरांचल खम्हरौध जैसे सेक्टरों में स्वास्थ्य सुविधा, बीएचएनडी, आधार, समग्र, आरसीएच नम्बर की उपलब्धता के लिए आवश्यक प्रयास सुनिश्चित कर पात्र हितग्राहियों को सहयोग कर उनके दस्तावेजीकरण में मदद करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ियों में दस्तक देकर चिन्हित की गई कमियों के प्रतिवेदन के अनुरूप व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए तत्परता से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने लाडली लक्ष्मी योजना तथा पोषण स्तर के वर्गीकरण, पूरक पोषण आहार वितरण, मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना, सीएम कोविड 19 बाल सेवा योजना, पीएम केयर, स्पांशरशिप, फास्टर केयर, वन स्टॉप सेन्टर, आंगनबाड़ी के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने पोषण पुर्नवास केन्द्र में उपलब्ध बेड संख्या से 120 प्रतिशत की भर्ती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ताकि सैम बच्चों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर उनका विकास किया जा सके। बैठक में पोषण स्तर के वर्गीकरण के तहत औषधियों के वितरण, टीएचआर वितरण आदि की समीक्षा करते हुए सैम एवं मैम बच्चों के चिन्हांकन के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिन्हांकन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सेक्टर सुपरवाईजर पैरामीटर के अनुसार विस्तृत परीक्षण किया जाना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने बैठक में पूरक पोषण आहार वितरण करने वाले वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाए जाने के निर्देश दिए। बैठक में नवीन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने फरवरी 2024 तक निर्माण कार्यों की पूर्णता कर हैण्डओवर लेने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में शासन निर्देशानुसार नर्सरी स्तर की पढ़ाई के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राप्त प्रषिक्षण की जानकारी ली तथा आगामी शैक्षणिक सत्र से नर्सरी की पढ़ाई के लिए टीचर की भूमिका में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दक्ष करने के लिए निर्देशानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि योजनाओं की मानीटरिंग के लिए हर माह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की विस्तृत बैठक महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी लेकर योजनाओं की मॉनीटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी सीडीपीओ को क्षेत्र भ्रमण के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं के सुधार तथा योजना क्रियान्वयन के संबंध में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ियों में नाश्ता एवं खाना का वितरण शासन निर्देशानुसार सुनिश्चित हो। लापरवाही बरतने वाले के विरूद्ध कार्यवाही की जाए।