अमरकंटक व जिला मुख्यालय, बिजुरी, जमुना समेत पूरे जिले में हुई छठी मैया की पूजा आराधना पवित्र नगरी अमरकंटक में भी छठ पूजन की धूम

अमरकंटक व जिला मुख्यालय, बिजुरी, जमुना समेत पूरे जिले में हुई छठी मैया की पूजा आराधना
पवित्र नगरी अमरकंटक में भी छठ पूजन की धूम
अनूपपुर। माँ नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक के माँ नर्मदा तट में ,अनूपपुर जिला मुख्यालय के तिपान नदी, मड़फा तालाब व खम्परिया तालाब में, बिजुरी के सूर्य मंदिर देवी तालाब में व जमुना के छठ पूजा तालाब में छठी मैया की पूजा आराधना की गई। मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली/पवित्र नगरी अमरकंटक में भी छठ पूजन की धूम देखी जा रही है। अमरकंटक में सैकड़ों परिवारो के लोग जो छठ पूजन बड़े ही धूम धाम के साथ मनाते है। श्री मां नर्मदा छठ पूजा समिति अमरकंटक द्वारा नगर में भी डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य के समय आने का आमंत्रण नगर में भी दिया गया। नगर के लोग भी इस पर्व को देखने और पूजन में सम्मिलित होते है। छठ पूजा का त्योहार सत्रह नवंबर से शुरू हो गया था और बीस नवंबर को समाप्त होगा। उन्नीस नवंबर को डूबते सूर्य देव को अर्घ्य देते है और पूजन, आराधना करते है, अगले दिवस बीस नवंबर को प्रातःकाल उगते सूर्य को जल में खड़े होकर पति पत्नी साथ में अर्घ्य देते और छठी मैया का पूजन करते है। उसके बाद ही व्रत पारण, समापन किया जाता है। इस पूजन में बांस की बनी दो बड़ी बड़ी टोकरीयां, दूध जल के लिए एक ग्लास, लोटा, थाली, चम्मच, पांच गन्ना या पत्तियां, पान, सुपाड़ी, हल्दी, अदरक मूली का पौधा, बड़ा वाला नींबू, केला, शकरकंदी, नासपाती, सिंघाड़ा, पानी वाला नारियल, मिठाई, गुड, आटा, चावल, सिंदूर, कलावा, अगरबत्ती, माचिस, धूप, कुमकुम, शहद, दीपक, ऋतु फल आदि कोई छूट न जाए पूजन में सम्मिलित रहता है। यह त्योहार चार दिवसीय होता है। छठ पूजन को लेकर विशेष नियम होता है। घर की महिलाएं संतान की दीर्घायु के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रहती है। प्रमुख रूप से यह त्योहार बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में खास मनाया जाता है। चार दिवस पूर्व नहाय खाय के साथ त्योहार प्रारंभ हो जाता है। दीपावली के बाद कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को छठी मैया को उगते सूर्य को अर्घ्य व पूजन पश्चात ही पूर्ण किया जाता है। अमरकंटक में बड़ी ही धूमधाम के साथ छठी माता का पर्व मनाया जाता है, बड़े उल्लास और हर्षोल्लास के यह पर्व सभी व्रती महिलाए, पुरुष, बच्चे साथ ही नगर के लोग सम्मिलित होते है। अमरकंटक में अनेक वर्षों से छठी पूजा का पर्व मनाया जाता है, इस वर्ष भी सैकड़ों परिवार नर्मदा तट रामघाट में एकत्रित होकर छठी मैया का पर्व उल्लास के साथ विधि विधान से पूजन आराधना कर आज डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन किया। अमरकंटक नगर परिषद द्वारा घाटों की साफ सफाई व लाईटिंग व्यवस्था तथा अमरकंटक पुलिस प्रशासन द्वारा भी इस ओर नजर बनाए रखा जाता है। छठी पूजा का पर्व अमरकंटक में दो जगह प्रमुख रूप से मनाया जाता है, पहला कोटि तीर्थ घाट दूसरा राम घाट में जन्हा सैकड़ों की संख्या में छठी माता के पूजन हेतु पहुंचते है। नगर के भी लोग इस पूजन पर्व में सम्मिलित होते है और व्रतियों का उत्साह वर्धन करते है। रामघाट नर्मदा तट पर टेंट, म्यूजिक सिस्टम भी समिति द्वारा लगाया जाता है, लोगो के बैठने की व्यवस्था समिति द्वारा बनाया जाता है। बच्चो में पटाखा फोड़ने की होड़ लगी रहती है। इस छठी पूजन में मुख्य रूप से सम्मिलित परिवार हरेराम गुप्ता, भरत गुप्ता, छट्ठू गुप्ता, उमाशंकर पांडे, गिरिजा शंकर पाण्डे, प्राचार्य शिशु मंदिर बी के शर्मा, डॉ एस के तिवारी, मुरारी गुप्ता, मृत्युंजय गुप्ता, दिलीप साहू, नगरवासी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग छठी पूजा पर्व में सम्मिलित हुए।
जमुना कलारी छठ तलाब घाट पर भक्तों का उमडा जन सैलाब
सूर्य उपासना के पर्व छठ पूजा को लेकर एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के छठ तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया । इस अवसर पर क्षेत्र से छठ तलाब घाट पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमडा, सभी लोगों ने एक दूसरे को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक एच एस मदान विधायक प्रतिनिधि उदय प्रताप सिंह भाजपा वरिष्ठ नेता अशोक लाल बीएमसी के पूर्व अध्यक्ष ताराचंद यादव जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह बीएमसी के अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह लाल बहादुर जायसवाल सुखविंदर सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह अनिल श्रीवास्तव के अलावा क्षेत्र के प्रमुख निर्वाचित पार्षद एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे सभी लोगों ने भक्तों से मिलकर आशीर्वाद लिया। नगर पालिका परिषद पसान के अध्यक्ष राम अवध सिंह के द्वारा भालूमाडा एवं जमुना कॉलरी के छठ तलाब घाट पर साफ सफाई व्यवस्था से लेकर उपासक के लिए टेंट लाइट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद पसान के माध्यम से की गई। जमुना कॉलरी छठ पूजा कमेटी के अध्यक्ष चुनचुन सिंह सचिव रामानुज कुमार एवं कोषाध्यक्ष ललन कुमार तथा कमेटी के द्वारा छठ तलाब घाट पर पहुंचने वाले भक्तों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम एलईडी के माध्यम से क्रिकेट मैच का फाइनल मुकाबले भी देखने की व्यवस्था बनाई गई एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम कमेटी के द्वारा किया गया है। 19 नवंबर 2023 को छठ पूजा में शामिल उपवास रखने वाले भक्त डूबते सूर्य की उपासना की।एवं 20 नवंबर 2023 को उगते सूर्य की उपासना की जाएगी। छठ पूजा हिंदू त्योहार है जो चार दिनों तक चलता है और सूर्य देवता की पूजा करता है। इसमें भक्त उपवास, प्राकृतिक तत्वों का समर्थन, और पर्यावरण की सफाई का महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। छठ पूजा का हिंदू त्योहार चार दिनों तक चलता है और अनुष्ठान, भक्ति और गहन आध्यात्मिक अर्थ से भरा होता है। इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है। यह सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस पर्व में आस्था रखने वाले लोग सालभर इसका इंतजार करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है।