अमरकंटक में भदोही यू पी के यथार्थ सेवा समिति द्वारा नर्मदा परिक्रमावासी, संत महात्माओं  की सेवा की गई प्रारंभ
परमहंस धारकुंडी आश्रम अमरकंटक में ठहरने, भोजन आदि की व्यवस्था समिति द्वारा बनाई गई
अमरकंटक। मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली/पवित्र नगरी अमरकंटक मेंयथार्थ परमार्थ सेवा समिति भदोही (उ प्र) द्वारा  साधु, संत एवं पैदल चलकर मां नर्मदा जी की परिक्रमा करने वाले परिक्रमा वासियों को अमरकंटक के वार्ड क्र 06 कपिलधारा रोड़ पर स्थित परमहंस धारकुंडी आश्रम मे उन सब लोगो की ठहरने, भोजन, स्वास्थ्य आदि की व्यवस्था विमला नंद महाराज ( परमहंस आश्रम महादेवा) भदोही उत्तर प्रदेश स्थित आश्रम समिति द्वारा की गई है । इसके साथ ही साथ अमरकंटक के अन्य क्षेत्रों में समिति के द्वारा नर्मदा मंदिर, माई की बगिया आदि स्थानों मे नर्मदा परिक्रमावासियों को भोजन की व्यवस्था की गई है। समय समय पर कंबल, वस्त्र आदि व्यवस्था अनुसार वितरित किया जाता रहेगा। यह समिति उत्तर प्रदेश के भदोही में बच्चों को निशुल्क शिक्षा व सनातन धर्मशास्त्र गीता, रामचरितमानस महापुरुषो का जीवन चरित्र आदि की शिक्षा का संस्कार दे कर बच्चों का चरित्र निर्माण करने मे श्रेष्ठ कार्य किया जा रहा है। इस समिति में 4500 बच्चे शिक्षा संस्कार पा रहे है। यह समिति उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात व महाराष्ट्र में कार्य कर रही है। इस समिति का संचालन विमलानंद परमहंस आश्रम महादेवा गंगा तट घाट भदोही उत्तर प्रदेश द्वारा किया जा रहा है। स्वामी जी ने बताया की यह सेवा कार्य समिति के द्वारा सारा कार्य किया जा रहा है, जो की अमरकंटक में यह सेवा कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आज चंद्र दर्शन अगहन शुक्ल पक्ष द्वितीया दिन गुरुवार 14-12-2023 को नर्मदा परिक्रमा वासियों, साधु संतों, कन्याओं को भोजन करवाकर इस योजना का शुभारंभ किया गया, जिसमे भोजन के साथ ही साथ कंबल आदि वितरित भी किया गया। परमहंस आश्रम, माई की बगिया , नर्मदा मंदिर में भोजन (भंडारा) कराया गया। यह कार्य नर्मदा परिक्रमा वासियों, साधु संतो हेतु निःशुल्क निरंतर आगे भी चलता रहेगा। यह सेवा कार्य मां नर्मदा जी की कृपा से शुरू हुआ है आगे भी उनकी ही कृपा से निरंतर निःशुल्क चलता रहेगा। यह सेवा कार्य समिति द्वारा, समिति के सेवादल द्वारा संचालित होता रहेगा। अमरकंटक में मां नर्मदा परिक्रमा करने वालो भक्तों या दूर दराज से पधारे साधु संतो के लिए एक सुनहरा अवसर भी है और समिति द्वारा बेहतरीन सेवा कार्य भी अमरकंटक में स्थित परमहंस धारकुंडी आश्रम के महंत बाबा लवलीन महाराज ने इस सेवा कार्य में अपना सहयोग देकर समिति का सम्मान बढ़ाया।