क्या बदल पायेगी वार्ड नंबर 9 अनूपपुर की तस्वीर,पालिका के जिम्मेदार कुम्भकर्णीय निद्रा में,लोगों का पैदल चलना हुआ मुश्किल - विजय उरमलिया की कलम से

क्या बदल पायेगी वार्ड नंबर 9 अनूपपुर की तस्वीर,पालिका के जिम्मेदार कुम्भकर्णीय निद्रा में,लोगों का पैदल चलना हुआ मुश्किल
अनूपपुर - जिस दिन से नगरपालिका अनूपपुर कर चुनाव हुए तब से लेकर आज तक सवसे भयावह स्थिति वार्ड नंबर 9 की है और सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि पार्षद से लेकर अध्यक्ष तक सब मंत्री के खासमखास तो है पर जिस वार्ड नंबर 9 की हम बात कर रहे है वो जिला मुख्यालय के सबसे पॉस इलाको में जाना जाता है और यहां राजनीति से लेकर हर पेशे के लोग मौजूद है पर पालिका का दुर्भाग्य कहें या फिर इस वार्ड में रहने वाले लोगों का सौभाग्य जो सिर्फ इतना कह सकते है मुस्कुराइए आप अनूपपुर में है
दरसल अनूपपुर के वार्ड नंबर के विकलांग छात्रावास,उसके पहले मेगा माइंड स्कूल के पीछे ,पट्टा हवेली से विकलांग छात्रावास तरफ तक हालात बद से बदतर हो गये है पर नगरपालिका के जिम्मेदार कुम्भकर्णीय निद्रा में है,और अब तो ऐसा लगने लगा है कि इस अनूपपुर का कोई माई बाप नही,खास तौर से वार्ड नंबर 9 की जनता तब अपने आप को सबसे ठगा महसूस कर रही है जब मंत्री के खासम खास बताने वाले वार्ड नंबर 9 के पार्षद को चुन कर परिषद भेजा और उसके बाद जो वार्ड की दुर्गति हो रही है किसी से छिपा नही है,शुरुआती दौर में खूब फ़ोटो सेशन दिखाई दिया लगा कि अनूपपुर की तस्वीर चंद महीने में चंद लोग बदल डालेंगे पर समय के साथ साथ फोटो सेशन के साथ साथ नगर की व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से चौपट हो गई,
जगह जगह जल भराव से डेंगू का खतरा,मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है पर साफ सड़को में सड़क सफाई तक सीमित रह गया नगरपालिका