मेरे तो दो दो सीईओ-.. जिला पंचायत अनूपपुर @रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला

मेरे तो दो दो सीईओ-.. जिला पंचायत अनूपपुर
@रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला
अनूपपुर / सार्वजनिक रूप से आदिवासी सरपंच को जूता मारने की बात बोलने वाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनुप्पुर अभय सिंह ओहरिया को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया था, इसके व्यथित होकर सी ईओ जिला पंचायत ने हाई कोर्ट जबलपुर में याचिका लगाई थी जिसमे उन्हे स्थगंन प्राप्त हो चुका है इस बीच शासन नये सी ई ओ की नियुक्ति भी जिला पंचायत अनुप्पुर में कर दी थी और उन्होंने विधिवत प्रभार भी ग्रहण कर लिया है अब इस स्थिति में जिला पंचायत अनुप्पुर में दो दो मुख्य कार्य पालन अधिकारी है,? शासन की मंशा थी कि आदिवासी समुदाय का अपमान करने वाले अधिकारी को दंडित किया जाए ताकि चुनाव में इसे भुनाया जा सके पर अनुप्पुर जिले से कोई जाना ही नही चाहता, अब समस्या ये है कि जिले में प्रशासन के नाम पर जनता किसको असली माने
जिला पंचायत में मुख्य कार्य पालन अधिकारी का पद सबसे महत्व पूर्ण होता है सारे निर्माण और आवटन के अलावा सभी वित्तीय अधिकार होने के कारण जिले के सभी सचिव, रोजगार सहायक, एस डी ओ, इंजीनियर सीधे संपर्क में होते हैं, और विगत एक वर्षों में जिस प्रकार जिला पंचायत अपनो की गैंग बनाकर उपकृत कर रही थी उसमें जनता ट्रांसफेर से खुश थी, खनिज मद का लाखों पैसा एक क्लब को उपकृत करने के लिए दे दिया गया, कुछ विशेष सचिव को सीधे तौर पर मनचाहि ग्राम पंचायतों का प्रभार भी दिया गया था, ऐसी खबर है कि कुछ सचिव ने आपस में मिलकर अपने प्रिय साहब को स्टै दिलवाया है, अब सवाल आदिवासी के हितों की रक्षा का वचन देने वाले मामाजी कैसे बचा पाएंगे आगामी दस अगस्त को फिर से इस मामले की सुनवाई होनी है, एक सप्ताह में शाशन को सी ई ओ की याचिका पर जवाब देना है,