श्री राम अस्पताल शहडोल के कथित लापरवाही की वजह से प्रसूता की मौत, डॉक्टर की गिरफ्तारी पर डटे रहे परिजन, अस्पताल के सामने हंगामा अनूपपुर जिले के फुनगा का है पीड़ित परिवार

श्री राम अस्पताल शहडोल के कथित लापरवाही की वजह से प्रसूता की मौत, डॉक्टर की गिरफ्तारी पर डटे रहे परिजन, अस्पताल के सामने हंगामा अनूपपुर जिले के फुनगा का है पीड़ित परिवार
शहडोल। प्रसूता की मौत के मामले में परिजनों ने शव रख कर जांच की मांग करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया है। परिजनों का आरोप है कि 9 सितंबर को कविता तिवारी पति रवि तिवारी निवासी फुनगा जिला अनूपपुर को शहडोल के श्रीराम अस्पताल में सीजर से बच्ची को जन्म दिया था। डिलीवरी के चार दिन बाद अस्पताल प्रबंधन के द्वारा महिला को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया था । घर पहुंचते ही महिला की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती गई जिसे देख परिजन घबरा गए परिजन पुनः श्री राम अस्पताल महिला को लेकर पहुंचे जहां जांच में पता लगा कि महिला के पेट में इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा है। श्री राम अस्पताल के डॉक्टर एवं प्रबंधन ने अपनी लापरवाही मानते हुए महिला को अपने ही खर्च से रायपुर के एक निजी अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कर इन्फेक्शन खत्म करने की लिए उपचार करवाया यह पूरा खर्च श्रीराम अस्पताल के डॉक्टर एवं प्रबंधन ने उठाया। मृतक के पति रवि तिवारी का कहना है कि रायपुर से इलाज कर जब वह वापस लौटे तो कुछ दिनों बाद महिला की दिक्कत और बढ़ती गई जिसके बाद वह फिर दोबारा श्री राम अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने जांच करने के बाद जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल रवाना कर तीसरी बार महिला का ऑपरेशन कराया । श्री राम अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि महिला के पेट में इन्फेक्शन कम नहीं हो रहा है बढ़ते जा रहा है जिसको लेकर प्रबंधन ने खुद इसका भी खर्च उठाया और जबलपुर के अस्पताल में तीसरी बार ऑपरेशन कराया। मेट्रो हॉस्पिटल जबलपुर में डॉक्टरों ने जांच पर पता चला कि महिला के यूट्रस में दिक्कत है जिस से महिला को दिक्कत बनी हुई है। महिला की तबियत खराब होने पर ऑपरेशन कर महिला को वेंटिलेटर पर डाल दिया गया और बीती रात महिला ने दम तोड़ दिया । नाराज परिजन जबलपुर से शव लेकर शहडोल श्री राम अस्पताल पहुंचे और अस्पताल के गेट के सामने प्रबंधन व डॉक्टर अर्पण नामदेव के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। क्योंकि डॉक्टर अर्पण ने ही महिला का सीजर कर डिलीवरी कराई थी । जिसके बाद से महिला की हालत बिगड़ती चली गई पति रवि तिवारी का कहना है कि डॉक्ट अर्पणा नामदेव एवं श्री राम अस्पताल के प्रबंधन के ऊपर fir दर्ज की जाए । सोमवार की सुबह से ही हंगामा शुरू हो गया है अस्पताल के सामने भारी पुलिस बल भी तैनात है परिजन अपनी मांगों पर अड़े हैं कि डाक्टर व श्री राम अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर की जाए।
स्थानीय पुलिस नहीं सुन रही परिजनों की
कविता तिवारी के पति रवि तिवारी का आरोप है कि स्थानीय पुलिस सूचना पर तो पहुंची लेकिन परिजनों की सुनने को तैयार नहीं है रवि तिवारी का कहना है कि मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों को बुलवाया जाए और उन्हें लिखित एक आश्वासन दिया जाए कि अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टर अर्पणा नामदेव के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी लेकिन घंटे बीत गए अब तक कोई भी पुलिस व प्रशासन का बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से भी कोई यहां नहीं पहुंचा है जिसकी वजह से हंगामा चल रहा है।
मां के शव के पास रो रहा मासूम
मां ने अपने मासूम बच्चों को 9 सितंबर को जन्म दिया जिसके बाद मां अपने नवजात बच्चे को प्यार भी नहीं कर पाई और निरंतर वह बीमार हो गई बीमारी की वजह से मन की मौत हो गई श्री राम अस्पताल के सामने सोमवार को शव के समीप ही मासूम बच्चा रो-रो कर अपनी मां को याद कर रहा था यह सब देख प्रत्यक्ष दर्शियों के आंखों से आंसू भी निकाला ने लगे। परिजन डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।