कलेक्टर अनूपपुर ध्यान दें,स्टेट हाइवे पर नो एंट्री,रहवासी एरिया जैतहरी में मौत को आमंत्रण देते राखड़ के हाइवा,ट्रेलर,जैतहरी नगर के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया क्यों 
अनूपपुर - जब प्रशासन दोहरे मापदंड अपनाने लगे तब प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठना लाजमी हो जाता है ,और ऐसे तब और जब जैतहरी नगर के बीचों बीच वार्ड नंबर 2,3,4,5,6,12,13,14,15 की ऐसी सड़क जहां से ये यमराज रूपी राखड़ से भरे हाइवा,एवं ट्रेलर निकल जाये तो इस सड़क से कोई व्यक्ति पैदल दो कदम नही चल सकता पर प्रशासन को जिला मुख्यालय अनूपपुर में नो एंट्री दिखाई देती है पर रहवासी मोहल्ले में मौत रूपी यमराजों हाइवा,राखड़ से लदे ट्रेलर को गुजरने की अनुमति किसने दी तो दूसरी तरफ नगर परिषद जैतहरी के सीएमओ द्वारा 2023 में लिखे गये नोटिश को सब धता बताते हुए लगातार फ्लाईएश से लदे हाइवा, ट्रेलर किसी बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहे है नगर परिषद की पार्षद नवरत्नी शुक्ला के कई बार शिकायतों के बावजूद इन प्रशासन के जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नही रेंगी या फिर ये कहा जाए कि प्रशासन भी किसी अनहोनी के इंतजार में मौन बैठा हुआ है,दरसल मोजर वेयर कंपनी से फ्लाईएश उठाने के लिए तीन कंपनियां काम कर रही है जिसमे एक एचआरसी के पंकज सिंह,एमिबिट के कुलदीप सिंह,ओमसाईं के विमल भदौरिया के सामने प्रशासन नतमस्तक नजर आ रहा है ,जबकि नगर परिषद जैतहरी द्वारा जारी आदेश में साफ शब्दों में लेख किया गया था सुबह के पांच बजे से लेकर रात्रि के दस बजे तक राठौर चौक से लेकर नगर के अंदर से गुजरने वाली राखड़ की गाड़ियां पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगी पर इन कंपनियों के कर्ताधर्ता आदेश को धता बताते हुए शहर में मौत बन कर घूम रहे है जिन्हें रोकने वाला कोई नही है,दूसरी तरफ जिला प्रशासन की मंशा पर सवालिया निशान खड़े होने लगे है एक तरफ जिला मुख्यालय में गुजरने वाली स्टेट हाइवे पर इन्ही कंपनियों पर नो एंट्री लगी हुई है जिसमे सुबह से लेकर रात्रि के दस बजे तक भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित है तो क्या जैतहरी की जनता के साथ ये छलावा नही है क्या जैतहरी में लोग निवासरत नही है,क्या वहां के बच्चे विद्यालय नही जाते फिर इनकी ज़िन्दगी इतनी सस्ती क्यों,या तो प्रशासन ये साफ करे किसके दबाव में राखड़ से लदे भारी वाहन मौत बन कर शहर के बीचों बीच दौड़ रहे है अब गेंद कलेक्टर हर्षल पंचोली के पाले में है एक ही जिले में दो तरफा कानून समझ से परे है ,या फिर जिला प्रशासन के ऊपर कोई राजनैतिक दबाव है जिसके चलते जैतहरी की आम जनता के लिए मुसीबत बने ये हाइवा, ट्रेलर दिन भर गुजरते हुए दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे है,कल को अगर कोई दुर्घटना होती है तो ये क्यों न माना जायेगा कि प्रशासन के दोहरे मापदंड का नतीजा है इसलिए समय रहते अगर प्रशासन नही जागा तो निश्चिततौर पर ये माना जा सकता है कि प्रशासन भी किसी बड़ी घटना के इंतजार में बैठा है