अमरकंटक का मौसम हुआ सुहाना शून्य दृश्यता के कारण वाहन चालकों को हुई परेशानी

अमरकंटक का मौसम हुआ सुहाना शून्य दृश्यता के कारण वाहन चालकों को हुई परेशानी
अमरकंटक। अमरकंटक भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में स्थित एक सुंदर नगर है। यह विंध्य पर्वतमाला व सतपुड़ा पर्वतमाला के मिलनक्षेत्र पर मैकल पर्वतमाला में स्थित है। यहाँ से नर्मदा नदी, सोन नदी और जोहिला नदी (सोन की उपनदी) का उद्गम होता है। यह एक हिन्दू तीर्थस्थल है पौराणिक मान्यता के अनुसार जब दक्ष प्रजापति जो कि माता सती के पिता जी भी थे के यज्ञ कुंड में सती के कूदकर देह त्याग के पश्चात शिव जी के द्वारा उनकी देह को लेकर ताँडव करना और श्री विष्णु जी के द्वारा अपने सुदर्शन चक्र से देह के 51 टुकड़े करने के बाद उनके दो अंग इस क्षेत्र में गिरे थे।अतरू यह क्षेत्र दो शक्तिपीठों का क्षेत्र भी है।उन दो स्थानों में से एक स्थान सोन मूढ़ा पर सोन नदी के उद्गम के पास है और दूसरा स्थान नर्मदा जी के उद्गम के पास जो पार्वती जी का मंदिर है वहीं है इस तरह से अमरकंटक का महत्व हमारे सनातन धर्म में बहुत ऊंचा है और सुंदरता एवं पर्यावरण की दृष्टि से भी देखा जाए तो अमरकंटक एक अति रमणीय स्थल है और आज जो अमरकंटक का मौसम है वह लगभग 15-20 वर्ष पहले जैसा लगता था या रहता था इस तरह कि आज का मौसम प्रतीत हो रहा है जहां चारों तरफ सिर्फ धुंध ही धुंध प्रतीत हो रहा है मानो बादलों का समूह आज अमरकंटक पर उतर आया जिससे अमरकंटक का मौसम बहुत ही सुंदर और सुहाना हो गया है बाहर से आए पर्यटकों के लिए यह स्वर्ग से काम नहीं है परंतु वाहन चालकों के लिए बहुत सुरक्षा की आवश्यकता है जिससे वह अपने वाहन चलाएं क्योंकि सामने से अगर कोई वहां आ रहा है तो वह दिखाई ही नहीं पड़ रहा है जब बहुत ही नजदीक आता है तब थोड़ा-थोड़ा दिखता है जिससे कहा जा सकता है सामने क्या शून्य दृश्यता है पर अमरकंटक आज स्वर्ग की तरह प्रतीत हो रहा है चारों तरफ बादलों का जमावड़ा है बहुत सुंदर रमन की स्थल बना हुआ है।