बड़े ही धूमधाम से मनाया गया नगर गौरव का दीक्षा दिवस, 

दीक्षा दिवस के शुभ अवसर फल वितरण और रक्त दान किया लोगों 
मुंगावली। नगर में चातुर्मास कर रहे नगर गौरव पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज का बड़े ही धूमधाम के साथ 21 वा दीक्षा दिवस मनाया गया सुबह से ही लोगो ने अपने घरों के बाहर रंगोली सजाई वही शहर में जगह जगह तोरण द्वार बनाए गए सुबह सबसे पहले पूज्य मुनि श्री के मुखारबिंद से गंध कुटी महावीर जिनालय पर अभिषेक और शांतिधारा की गई वही इसके बाद नगर सभी मंदिरों के पुजारी और महिला संगठन द्वारा पूज्य मुनि श्री को गंध कुटी से वीर सेवा दल के दिव्य घोष के साथ सुधा सागर भवन ले जाया गया जहा दीक्षा दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया सब प्रथम मंगलाचरण किया गया इसके बाद बाहर से आए श्रद्धालुओ द्वारा बड़े बाबा और आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र अनावरण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई इस दौरान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज और पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज की संगीतमय पूजन की गई वही सभी लोगो ने अर्घ समर्पित किए गए इस कार्यक्रम में महिला मंडल,महिला परिषद, सभी पाठशाला के शिक्षक छात्र शामिल हुए,वही नागपुर से आए महिला मंडल ने मुनि श्री का आशीर्वाद लिया इसके अलावा दोपहर में सकल जैन समाज द्वारा दीक्षा दिवस के अवसर पर सिविल अस्पताल में पहुंचकर फल वितरण किया गया वही युवा शक्ति और नगर के सभी समाजजन ने रक्त दान शिविर में भाग लेकर 50लोगो ने रक्त दान किया गया वही इस मौके पर नागपुर,जगदलपुर,भोपाल,विदिशा, और आसपास क्षेत्र से समाजजन पधारे।
सुधा सागर जी महाराज के प्रेरणा से शुरू की शांतिधारा - मुनि श्री निरापद सागर जी महराज
दीक्षा दिवस के शुभ अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री निरापद सागर जी महाराज ने कहा की जब पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज पर उपसर्ग आया तो में एक समय के लिए स्तंभ रह गया तबतक मैने कभी भी शांतिधारा नही पड़ी थी और न ही में मंदिर में शांतिधारा पड़ने जाया करता था मगर उसी समय निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के मंगल प्रवचन शांतिधारा को लेकर सुने तभी से मैने शांतिधारा पड़ना शुरू किया और जो आजतक जारी है शांतिधारा पड़ते समय केवल एक ही भाव रखे की भगवन पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज पर आए उपसर्ग दूर हो और शांतिधारा का ऐसा चमत्कार हुआ की मुनि श्री का धीरे धीरे स्वास्थ्य ठीक होने लगा और मुनि श्री आज पूर्ण रूप से ठीक हो गए यह चमत्कार निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के द्वारा बताए गए शांतिधारा के चमत्कार के है जिसे में आज भी पढ़ रहा हु और न जाने कितने ऐसे लोग होगे जिनकी बड़ी बड़ी बीमारी इस शांतिधारा से ठीक हुई है यहां तक कि लाइलाज बीमारी भी दूर हुई है।