आनंद अग्रवाल ने फर्जी रजिस्ट्री से नगरपरिषद से लिया निर्माण कार्य की अनुमति,नजूल की जमीन की रजिस्ट्री कर दी संत कुमार कुशवाहा ने 
अनूपपुर - इन दिनों अनूपपुर जिले में प्रशासनिक अमला किस कदर भृष्टाचार में शामिल रहता है इसकी बानगी देखनी हो तो आप जिला रजिस्ट्रार के आफिस में किसी काम को ले कर चले जाइये फिर देखिए साहब की कलम तभी चलेगी जब आप चढ़ोत्तरी चढ़ा देंगे फिर भले ही आप क्यों न फर्जी दस्तावेजों में साहब की चिड़िया बैठवाने आये हों,और ऐसा ही कुछ रजिस्ट्रार संत कुमार कुशवाहा ने जैतहरी के खसरा नंबर 733 की नजूल भूमि में किया गया सत्त्ता के मद में चूर आनंद अग्रवाल ने जहां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नगरपरिषद से निर्माण कार्य के लिये अनुमति ले ली वही कोतमा निवासी राघव बिंदल ने कानूनी तौर पर नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए दूसरे  की जमीन को अपनी बता कर बेंच दिया
मिली जानकारी के मुताबिक इस खेल में आनंद अग्रवाल का भाजपा नेता होना अधिकारियों के गले की फांस बनी हुई है जिले का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में हांथ डालने से बच रहा है आनंद अग्रवाल की जगह अगर कोई आम आदमी होता तो जिला प्रशासन जैतहरी का स्थानीय प्रशासन सब मिल कर उसको सारे नियम कानून कायदे याद दिला देते पर भाजपा नेता अनिल गुप्ता के खासमखास होने के नाते प्रशासन बचता दिखाई दे रहा है,दूसरी तरफ राघव बिंदल जो सामान्य जाती में आते है उनके द्वारा सारे नियम कानून को धता बताते हुए पहले तो अपने आप को पिछड़ा वर्ग रजिस्ट्री में लिखवाते हुए बता दिया कि कानून अंधा ही नही गूंगा बहरा भी होता है तो दूसरी तरफ अपने पिता के पिता की जगह अपने पारिवारिक भाई अनूप सराफ,अजय,सराफ,संजय सराफ के दादा जी लक्ष्मीनारायण सराफ को अपना दादा बता कर जमीन तो बेंची ही साथ ही कोतमा नगरपालिका से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर सभी को सकते में डाल दिया ,राघव बिंदल जिस समाज या परिवार से आते है कोतमा सहित पूरे जिले में उस परिवार को बड़े सम्मान से देखा जाता है और इस पूरे परिवार की बात करें तो एक से एक बड़े उद्दोगपति,राजनितज्ञ,समाज सेवी परिवारों में गिनती होती है पर स्वर्गीय भीखम सराफ के पुत्र गौरव बिंदल ने इस परिवार के मान सम्मान को सड़क में ला कर खड़ा कर दिया कहावत है पूत सपूत तो का धन संचय,पूत कपूत तो का धन संचय ये कहावत को राघव बिंदल ने बखूबी निपटाने में कोई कमी नही छोड़ी जो व्यक्ति अपना बाबा बदल दे वो और क्या नही कर सकता
इनका कहना है
हमारे कार्यालय में आवेदन आया था उसी आधार पर निर्माण कार्य की अनुमति दी थी रजिस्ट्री,डायवर्सन सब कागज कंप्लीट थे जिसके चलते अनुमति दी गई
भपेंद्र सिंह सीएमओ नगर परिषद जैतहरी

हमें जानकारी लगी है नजूल की भूमि कैसे बिक गई हमारे द्वारा जांच दल गठित किया जा रहा है जो उसकी जांच करेगा
अंजली दुबे एसडीएम जैतहरी