उत्तर से दक्षिण और पश्चिम से पूर्व तक अधिकतम दूरी साइकिल से तय करने वाले कुलदीप पटेल बने पहले भारतीय- रिपोर्टर @ दीपक कुमार गर्ग

उत्तर से दक्षिण और पश्चिम से पूर्व तक अधिकतम दूरी साइकिल से तय करने वाले कुलदीप पटेल बने पहले भारतीय- रिपोर्टर @ दीपक कुमार गर्ग
रिकॉर्ड शीर्षक और विवरण
उत्तर से दक्षिण और पश्चिम से पूर्व तक अधिकतम दूरी तक साइकिल चलाने का रिकॉर्ड मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के एक छोटे से गांव कल्लेह के कुलदीप कुमार पटेल ने बनाया है। उन्होंने 2 चरणों में साइकिल चलाई, 23 जुलाई 2023 को सुबह 9.17 बजे श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) से शुरू की और 17 अगस्त 2023 को सुबह 6.35 बजे कन्याकुमारी में इसे पूरा किया; दूसरा चरण 20 अगस्त 2023 को सुबह 5.58 बजे पोरबंदर (गुजरात) से शुरू किया गया और 7 सितंबर 2023 को शाम 5.47 बजे सिलचर (असम) में पूरा किया गया। उन्होंने 45 दिन, 23 घंटे और 33 मिनट में 7,497.1 किमी साइकिल चलाई। यह रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।
रूट
यह रिकॉर्ड इंडिया के दो सबसे बड़े राष्टीय राजमार्ग NH -44 और NH-27 पे था जो कि उत्तर दक्षिण और पश्चिम पूर्व गलियारा है। जो कि भारत के 18 राज्यों से होकर गुजरता है। जिसमें जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश,हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, केरला, तमिलनाडु,गुजरात, राजस्थान ,बिहार ,बेस्ट बंगाल, असम।
उपलब्धि
इस उपलब्धि के बाद अभी हाल में हुए मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कुलदीप पटेल को शहडोल जिले के लोगो को चुनाव के प्रति जागरूक करने के लिए शहडोल जिले का यूथ स्वीप आइकॉन नियुक्त किया गया था। यह रिकॉर्ड बनाना इतना आसान नहीं था शारीरिक मानसिक मजबूती के साथ साथ इस सफर में आर्थिक चुनौती का सामना करना पड़ा। इस पूरे सायकल एक्सपेडिसन में लगभग एक लाख से ज्यादा का खर्चा आया। जिसे पूरा करने के लिए लोन का भी सहारा लेना पडा।
थीम
मैं जब इस सायकल एक्सपीडिशन की तैयारी कर रहा था उसी टाइम पे एक ही महीने के अंदर हमारे क्षेत्र से 5 लोग ने अलग अलग बजहों से आत्महत्या किया था। जिनमे से ज्यादा यंग थे और जिसका कारण है हमारी लाइफ में सही मार्गदर्शन का न होना सही फ्रेंड सर्कल का न होना दौनिक दिनचर्या में सही आदतों का न होना । आज ज्यादातर युवक डिप्रेशन से गुजर रहे है मैंने भी सामना किया है इसलिए इस एक्सपीडिशन के लिए cycling against suicide का थीम चूज किया था मैने। एक छोटी सी कोशिश थी मेरी अपने सीमित दायरे से निकलकर कुछ करने की सो बहुत अच्छा अनुभव रहा । और मैं चाहता हूं की लोग स्पोर्ट और एडवेंचर को अपनी जिंदगी का हिस्सा समझे और इससे जुड़े।