ग्राम गिठौरी जंगल की ज़मीन पर दावा: ग्रामीण बोले – जान देंगे पर ज़मीन नहीं, वन विभाग और ग्रामीण आमने-सामने, पौधारोपण से पहले पनपा विवाद

पाली, उमरिया - जिले के पाली थाना अंतर्गत ग्राम घुनघुटी के पास स्थित गिठौरी गांव में आज ज़मीन को लेकर वन विभाग और स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति बन गई। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस ज़मीन पर वे पिछले 60 वर्षों से खेती और मवेशियों के लिए चारागाह के रूप में उपयोग करते आ रहे हैं, उस पर अब वन विभाग जबरन कब्जा करना चाहता है।

ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि यह ज़मीन उनकी पुश्तैनी है और वे किसी भी कीमत पर इसे नहीं छोड़ेंगे। उनका कहना है कि "अगर ज़मीन छोड़नी पड़ी तो फांसी पर भी चढ़ना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे।"

मामले को सुलझाने के लिए आज मौके पर एस.डी.ओ. फॉरेस्ट दिगेन्द्र सिंह पटेल, तहसीलदार (राजस्व) संतोष चौधरी, और घुनघुटी रेंजर अर्जुन सिंह बजाबा पहुँचे। इन अधिकारियों ने ग्रामीणों से वार्ता की और उन्हें मामले की संवेदनशीलता समझाई। वन विभाग की मंशा है कि इस भूमि पर शीघ्र पौधारोपण कार्य किया जाए।

बातचीत के बाद अधिकारियों ने 15 दिन का समय तय किया है ताकि दोनों पक्षों की बातों और दस्तावेजों का परीक्षण कर समाधान निकाला जा सके।

अब देखना यह होगा कि आने वाले 15 दिनों में प्रशासन और ग्रामीणों के बीच कोई सहमति बनती है या विवाद और गहराता है।